मेरठ के थाना भावनपुर के गांव छोइया में मिले गोमांस मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. विरोधी को फंसाने और जमीन पर कब्जा करने के लिए गाय को मार डाला था. इसके बाद एक बोरे में मांस भरकर खेत के ट्यूबवेल पर रख दिया था.
घटना से मच गया था हड़कंप
गौरतलब है कि 10 नवंबर को छोइया में वकील नाम के शख्स के ट्यूबवेल से करीब 90 kg गौ मांस बरामद हुआ था. साथ ही जुल्फिकार नाम के शख्स के गन्ने के खेत से अवशेष मिले थे. इस घटना के बाद हड़कंप मच गया था. पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था.
पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
पुलिस और सर्विलांस की टीम ने जांच शुरू की और रविवार को सनसनीखेज खुलासा किया. एसपी देहात केशव कुमार ने बताया, “जांच में 8 लोगों के नाम सामने आए हैं. इनमें 5 को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपियों ने थाना क्षेत्र के ही गांव नगला शाहू निवासी ताहिर के कहने पर वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकार की है”.
जमीन को लेकर चल रहा था विवाद
उधर, ताहिर ने पूछताछ में बताया कि एक जमीन को लेकर वकील से विवाद चल रहा था. जो कि न्यायालय मे विचाराधीन है. वकील को फंसाने के लिये नौशाद और आमिर के साथ मिलकर साजिश रची थी. इसके बाद शाहिद, दिल्लू उर्फ दिलशाद और ताहिर ने 10 नवंबर को जुल्फिकार के खेत में गौकशी की गई और मांस को वकील के ट्यूबवेल पर रख दिया.
तीन आरोपी अभी फरार
इसके बाद नौशाद ने आजाद पुत्र सुनील और राजू त्यागी से संपर्क किया. उनके द्वारा भरोसा दिया गया कि पुलिस पर दवाब बनाकर वकील के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा देंगे. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में ताहिर, शाहिद, ताहिर, नौशाद और आजाद हैं. जबकि आमिर, दिल्लू और राजू त्यागी फरार हैं.
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें