पूर्ण रूप से पर्यटन पर निर्भर सरोवर नगरी नैनीताल में कोरोना संक्रमण वाले राज्यों से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर टेस्ट नेगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य करने का असर नैनीताल के पर्यटन सीजन पर पड़ना तय है।
बताते चलें कि पिछले वर्ष भी कोरोना लॉकडाउन की वजह से पर्यटन का सीजन का कारोबार पूरी तरह चौपट हो गया था, लॉकडाउन खुलने के बाद इस वर्ष कारोबारी काफी उम्मीद लगाए बैठे थे लेकिन कोरोना की नई लहर ने फिर से कारोबारियों के चेहरे पर मायूसी ला दी और फिर से सीजन फ्लॉप होने के आसार बढ़ते ही जा रहे हैं।
पिछले वर्ष कोरोना के चलते पर्यटन गतिविधियां 20 मार्च से बंद कर दी गई थी, इस दौरान होटल समेत अन्य बड़े कारोबारियों को काफी भारी नुकसान भी झेलना पड़ा था, पर्यटन कारोबार से जुड़े कारोबारियों की मानें तो इस दौरान पर्यटन को 500 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था दूसरी ओर देश दुनिया से पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या में भी भारी गिरावट दर्ज की गई थी।
सरोवर नगरी में 500 के करीब होटल, 700 के करीब टैक्सी संचालक, 500 नाव चालक संचालक , हजारों होटल कर्मचारी, 50 से अधिक टूरिस्ट गाइड के अलावा सैकड़ों छोटी बड़ी दुकानों के व्यवसाई पूरी तरह से पर्यटन पर निर्भर है आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य करने के बाद पर्यटन स्थल पर प्रभाव पड़ना तकरीबन तय माना जा रहा है।
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