हिमालय प्रहरी

गाड़ियां फूंकी, लोगों ने छोड़ा घर, 60 से ज्यादा गिरफ्तार. SDM को थप्पड़ मारने के बाद टोंक में रातभर जमकर बवाल

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राजस्थान के टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर उपचुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने चुनावी ड्यूटी पर तैनात अमित चौधरी एसडीएम को थप्पड़ मार दिया। इसे लेकर जमकर बवाल मचा हुआ है।

मतदान खत्म होने के बाद पुलिस नरेश मीणा को गिरफ्तार करने पहुंची थी लेकिन उसके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भी इसके जवाब में लाठीचार्ज किया। रातभर चले ड्रामे के बाद पुलिस ने इस मामले में अब तक 60 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने चार एफआईआर भी इस मामले में दर्ज की हैं।

क्या है पूरा मामला?

टोंक में उपचुनाव के दौरान ड्यूटी पर तैनात एसडीएम अमित चौधरी लोगों से वोट डालने की अपील कर रहे थे। इसी दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने उन्हें थप्पड़ मार दिया। टोंक की जिलाधिकारी सौम्या झा ने बताया कि नरेश मीणा उन ग्रामीणों का समर्थन कर रहे थे, जिन्होंने मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की थी। उन्होंने बताया कि मामला समरावता गांव का है। यह गांव वर्तमान में नगर फोर्ट तहसील में आता है। इसे ग्रामीण उनियारा तहसील के अंतर्गत लाने की मांग कर रहे हैं।

आधी रात तक जमकर हुआ बवाल

मतदान खत्म होने के बाद पुलिस नरेश मीणा को गिरफ्तार करने रात करीब 8 बजे गांव में पहुंची। इसी दौरान उनके समर्थकों ने पथराव शुरू किया। पुलिस के लाठीचार्ज के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। नरेश मीणा का आरोप है कि पुलिस ने उनकी गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने हवाई फायरिंग भी की और आंसू गैस के गोले भी दागे। पूरी रात जमकर बवाल हुआ। नरेश मीणा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘मैं ठीक हूं, ना डरे हैं ना डरेंगे, आगे की रणनीति बता दी जाएगी।’

एसडीएम करा रहे थे फर्जी वोटिंग- नरेश मीणा

रातभर चले ड्रामे के बाद नरेश मीणा ने गुरुवार सुबह मीडिया से बातचीत की। वह अपनी गिरफ्तारी देने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि एसडीएम फर्जी वोटिंग करा रहे थे, इसलिए हमने उन्हें थप्पड़ मारा। मीणा ने कहा कि पुलिस ने मुझ पर मिर्ची बम से हमला किया गया। गांव में खड़ी गाड़ियों में आग लगाई। नरेश मीणा ने जिले के एसपी, कलेक्टर और एसडीएम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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