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शनि प्रदोष व्रत 11 जनवरी को, जानें पूजन मुहूर्त व विधि

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जनवरी में पड़ने वाला पहला प्रदोष व्रत शनि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। यह प्रदोष व्रत शिव जी को समर्पित है। शनि प्रदोष व्रत पर पूरे विधि-विधान से भगवान शिव का पूजन किया जाता है।

जीवन के कष्ट दूर करने के लिए कई लोगों इस दिन व्रत भी रखते हैं। आइए जानते हैं शनि प्रदोष व्रत पूजा का शुभ मुहूर्त, विधि और शिवलिंग पर क्या चढ़ाना चाहिए-

पूजन मुहूर्त

पौष शुक्ल त्रयोदशी तिथि प्रारम्भ – जनवरी 11, 2025 को 08:21 ए एम

पौष शुक्ल त्रयोदशी तिथि समाप्त – जनवरी 12, 2025 को 06:33 ए एम

दिन का प्रदोष समय – 05:43 पी एम से 08:26 पी एम

प्रदोष पूजा मुहूर्त – 05:43 पी एम से 08:26 पी एम

अवधि – 02 घण्टे 42 मिनट्स

शनि प्रदोष व्रत पूजा-विधि

स्नान करने के बाद साफ वस्त्र धारण कर लें। शिव परिवार सहित सभी देवी-देवताओं की विधिवत पूजा करें। अगर व्रत रखना है तो हाथ में पवित्र जल, फूल और अक्षत लेकर व्रत रखने का संकल्प लें। फिर संध्या के समय घर के मंदिर में गोधूलि बेला में दीपक जलाएं। फिर शिव मंदिर या घर में भगवान शिव का अभिषेक करें और शिव परिवार की विधिवत पूजा-अर्चना करें। अब शनि प्रदोष व्रत की कथा सुनें। फिर घी के दीपक से पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की आरती करें। अंत में ॐ नमः शिवाय का मंत्र-जाप करें। अंत में क्षमा प्रार्थना भी करें।

शिवलिंग पर चढ़ाएं ये चीजें-

1. घी

2. दही

3. फूल

4. फल

5. अक्षत

6. बेलपत्र

7. धतूरा

8. भांग

9. शहद

10. गंगाजल

11. सफेद चंदन

12. काला तिल

13. कच्चा दूध

14. हरी मूंग दाल

15. शमी का पत्ता

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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