हल्द्वानी: खनन कार्य में लंबे समय से निष्क्रियता दिखाने वाले वाहनों पर जिला खनन समिति ने कड़ा रुख अपनाया है। नंधौर नदी में खनन लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से, लगभग 2000 ऐसे डंपरों के रजिस्ट्रेशन निरस्त करने का फैसला किया गया है जो खनन कार्य में सक्रिय नहीं हैं।
🚫 2000 डंपरों का रजिस्ट्रेशन होगा कैंसिल
- समस्या: वर्तमान में नंधौर नदी के 6 गेटों पर खनन कार्य के लिए 4000 से अधिक डंपर रजिस्टर्ड हैं, लेकिन डीएलएम (वन निगम) धीरेश सिंह बिष्ट के अनुसार, इनमें से 2000 से अधिक वाहन पिछले दो साल से बिल्कुल सक्रिय नहीं हैं।
- निर्णय: जिला खनन समिति की हालिया बैठक में वन निगम ने इन निष्क्रिय डंपरों के रजिस्ट्रेशन को निरस्त करने का प्रस्ताव रखा, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
- उद्देश्य: इस कदम से नंधौर में खनन के निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करने में आसानी होगी।
- नई प्रक्रिया: इन डंपरों के रजिस्ट्रेशन निरस्त होने के बाद नए सिरे से वाहनों का पंजीकरण किया जाएगा। इसकी प्रक्रिया जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
🗓️ गौला और नंधौर के गेट 7 नवंबर से खुलेंगे
- वन निगम के डीएलएम धीरेश सिंह बिष्ट ने जानकारी दी कि गौला और नंधौर के खनन गेटों को 7 नवंबर से खोल दिया जाएगा।
- फाइनल सर्वे: 24 नवंबर को केंद्रीय जल व मृदा टीम गौला व नंधौर का फाइनल सर्वे करेगी। इसके बाद ही खनन का अंतिम लक्ष्य जारी किया जाएगा।
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