डी.जी.पी. गौरव यादव ने बयान जारी कर कहा कि विश्वसनीय सूचनाओं के आधार पर काऊंटर इंटैलीजैंस भटिंडा ने जिला पुलिस के साथ मिलकर भटिंडा गांव जस्सी पौवाली में नाकेबंदी की। शिमला सिंह जब अपने दोस्त से मिलने जा रहा था उसी वक्त उसे धर दबोचा।
ए.आई.जी. सिमरत पाल सिंह ने बताया कि शिमला सिंह ने खुलासा किया कि अर्श डल्ला ने उसे काशीपुर के व्यापारी को मारने के लिए कहा था और उसे इस काम में सहायता के लिए अपने साथी साधु सिंह, जो इस समय हल्द्वानी जेल में बंद है, को मिलने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि अर्श डल्ला ने इस सुनियोजित हत्या को अंजाम देने के लिए 7 लाख रुपए शिमला सिंह को 2 किस्तों में 4 लाख और 3 लाख रुपए भेजे थे।
ए.आई.जी. ने बताया कि आरोपी शिमला सिंह ने सुक्खा दुन्ने के कहने पर अज्ञात व्यक्ति को 4 लाख रुपए दिए थे और इस कत्ल को अंजाम देने के लिए 6 हथियारों का प्रबंध करने के लिए हरजीत सिंह उर्फ गोरा को 3 लाख रुपए दिए थे। इसके उपरांत पुलिस टीमों ने हरियाणा पुलिस की मदद से हरजीत गोरा को उसके गांव से गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने कहा कि इस संबंधी पूछताछ जारी है और अन्य बरामदगियों की भी उम्मीद है। इस मामले में थाना सदर भटिंडा में मुकदमा दर्ज किया गया है। अभी ये किस व्यापारी की हत्या करने की योजना बना रहे थे इसका खुलासा नहीं किया गया है। फिलहाल पुलिस ने पूरे मामले की तह तक पहुंचने के लिए पूछताछ के जरिए परत दर परत जांच शुरू कर दी है।
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