गौला नदी खनन: गेटवार उपखनिज निकासी की मात्रा तय, पारदर्शिता के लिए विभाग का बड़ा कदम

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लालकुआं: गौला नदी में खनन सत्र 2025-26 के लिए भू-तत्व एवं खनिकर्म विभाग ने बड़ा बदलाव करते हुए उपखनिज निकासी की मात्रा गेटवार निर्धारित कर दी है। विभाग ने गौला नदी के सभी गेटों से कुल 54.25 लाख घन मीटर उपखनिज निकासी की अनुमति प्रदान की है।


 

📏 गेटवार निकासी सीमा का निर्धारण

 

  • कुल स्वीकृत निकासी: 54.25 लाख घन मीटर
  • पिछले वर्ष की नीति: पिछले वर्ष सभी गेटों के लिए सामूहिक रूप से निकासी की मात्रा निर्धारित थी।
  • नई नीति का कारण: वाहन स्वामियों की मांग और क्षेत्रीय परिस्थितियों को देखते हुए इस वर्ष गेटवार अलग-अलग निकासी सीमा तय की गई है।
  • सर्वाधिक निकासी: गोरापड़ाव निकासी गेट में सबसे अधिक 7.50 लाख घन मीटर निकासी मात्रा स्वीकृत की गई है।
  • न्यूनतम निकासी: सबसे कम निकासी सीमा शांतिपुरी निकासी गेट में 2.10 लाख घन मीटर तय की गई है।
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🎯 उद्देश्य और मॉनिटरिंग

 

विभागीय अधिकारियों के अनुसार, गेटवार निकासी सीमा तय करने का मुख्य उद्देश्य संतुलित खनन व्यवस्था और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है।

  • पारदर्शिता: अब प्रत्येक गेट से निर्धारित मात्रा के अनुसार ही उपखनिज की निकासी होगी।
  • मॉनिटरिंग: इसकी ऑनलाइन मानिटरिंग विभागीय पोर्टल के माध्यम से की जाएगी।
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यह कदम गौला खनन मजदूर उत्थान समिति के अनुरोध (पत्राचार) के बाद उठाया गया है।

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