चौकीपुरकला ऑल (मथुरा): प्रसिद्ध कथावाचिका राम की दासी युगेश्वरी बृजवासी की सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का शनिवार को अद्भुत और अविस्मरणीय समापन हो गया। इस दौरान भारी संख्या में श्रोताओं की भीड़ उमड़ी।
🎤 कथा और भजन का सार
- समापन संदेश: कथा व्यास युगेश्वरी बृजवासी ने समापन दिवस पर श्रोताओं और चौकीपुरकला वासियों को “हम तो जाते अपने गांव सबको राम राम राम भजन” के साथ विदाई दी।
- मंत्रमुग्ध कर देने वाले भजन: उन्होंने अपने भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिससे पूरा पंडाल तालियों की गूंज से गुंजायमान हो उठा।
- प्रेम का संदेश: उन्होंने निस्वार्थ प्रेम को दुनिया का सबसे बड़ा धन बताते हुए प्रसिद्ध भजन “सबसे ऊंची प्रेम सगाई दुर्योधन का मेवा छोड़ साग विदुर घर आए।” की प्रस्तुति दी।
- अंतिम प्रस्तुति: कथा समापन के पूर्व उन्होंने “किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए जुबा पे राधा राधा नाम हो जाए” भजन भी प्रस्तुत किया।
सात दिनों तक चली इस कथा ने भक्तों को भक्ति और निस्वार्थ प्रेम के महत्वपूर्ण संदेश दिए।
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