प्रदेश के मुखिया वेरी गुड वेरी गुड लेकिन काशीपुर के मुखिया वेरी बैड, पीसीयू अध्यक्ष राम मेहरोत्रा ने काशीपुर की जन समस्याओं का ठीकरा स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर फोड़ा

The head of the state is very good, very good, but the people's representative of Kashipur is very bad, PCU President Ram Mehrotra blamed the problems of the people of Kashipur on the local people's representatives.

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राजू अनेजा,काशीपुर। प्रदेश में  भाजपा की धामी सरकार के 1 वर्ष के कार्यकाल को सराहनीय बताते हुए पीसीयू चेयरमैन राम मेहरोत्रा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जमकर तारीफ की परंतु काशीपुर की जन समस्याओं को काशीपुर का दुर्भाग्य बताते हुए इसका ठीकरा यहां के जनप्रतिनिधियों के सर पर फोड़ दिया।

शनिवार को एसआरएस मॉल में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में पीसीयू चेयरमैन राम मेहरोत्रा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि युवा मुख्यमंत्री के रूप में सीएम धामी प्रदेश के विकास कार्यों को लेकर हमेशा तत्पर है उनका 1 वर्ष का कार्यकाल वाकई में काफी सराहनीय पूर्ण रहा है।उन्होंने केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के सहकारी क्षेत्र में किये गये कामों की  भी सराहना की। वही सहारा ग्रुप के निवेशकों को डूबा हुआ पैसा जल्द मिलने की संभावना जताई। क्योंकि सुप्रीम कोर्ट ने 5000 करोड़ रुपए रिलीज कर दिये है। जिससे शहर के भी हजारों निवेशकों को उनका पैसा वापस मिलेगा। इस दौरान जैसे ही काशीपुर की जन समस्याओं की बात आई तो उन्होंने शासन प्रशासन को कोसते हुए जमकर भड़ास निकाली।

 

आज यहां एस आर एस माल में आयोजित पत्रकार वार्ता में पीसीयू चेयरमैन राम मेहरोत्रा ने कहा कि शहर के लोगों को काफी समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। पत्रकार वार्ता की शुरुआत वहीं पीसीयू चेयरमैन राम मेहरोत्रा ने सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के एक वर्ष के कार्यकाल में किये गये जनहित के कामों को गिनाते हुए उनकी जमकर तारीफ भी की। सबसे पहले राम मेहरोत्रा ने उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मां बाल सुंदरी देवी चैती मेले की दुर्दशा पर गहरा दुःख जताते हुए कहा कि मेले की नीलामी से प्रशासन को करोड़ो रुपए का राजस्व पिछले दो-तीन वर्षों से प्राप्त हो रहा है लेकिन मेला स्थल के रखरखाव पर एक पैसा भी खर्च नहीं किया जा रहा। मेले में बारिश के दौरान व्यापारियों का काफी नुकसान होता है। राजस्व वसूली से मिले पैसे से मेला स्थल का सौंदर्यीकरण किया जाना चाहिए लेकिन नहीं किया जाता। परिणामस्वरूप मेले का टेंडर लेने वाले और वहां आने वाले व्यापारियों को आर्थिक हानि हो रही है और ये नुकसान हर बार बढ़ रहा है। जिससे आम व्यापारी यहां आने से डर रहा है। यही कारण है कि इस विश्व प्रसिद्ध मेले का स्वरूप सूक्ष्म होता जा रहा है। जो कि धार्मिक आस्था से जुड़े इस मेले के लिए दुखदाई है।

प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा काशीपुर महायोजना को लेकर भी पीसीयू चेयरमैन राम मेहरोत्रा जमकर बरसे। उन्होंने आरोप लगाया कि बगैर किसी रायशुमारी और फिजिकल सर्वे के महायोजना का प्रारूप तैयार कर दिया गया। जिससे उसमें केवल और केवल विसंगति ही विसंगति है। उन्होंने कहा कि इस बारे में वह सीएम धामी को अवगत करा चुके हैं। आवासीय इलाकों को इस महायोजना में तालाब या कामर्शियल दिखाया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक साढ़े छः सौ से अधिक आपत्तियां महायोजना की विसंगतियों को लेकर आ चुकी हैं। और अभी तो कई लोगों को महायोजना के बारे में पूरी जानकारी नहीं मिल पाई है।

सर्किल रेट पुनरीक्षित किये जाने पर बात करते हुए राम मेहरोत्रा ने कहा कि 42 दिनों से चल रही अधिवक्ताओं की हड़ताल के बारे में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री तक को नहीं बताया। जब वह इस मामले में सीएम से मिले तो हड़ताल की बात सुनकर वह खुद चौंक गए।शहर के जनप्रतिनिधियों को राम मेहरोत्रा ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से सलाह दी कि उन्हें जनता के बीच जाना चाहिए। ताकि वह जनसमस्याओं से अवगत हो सके। उन्होंने कहा कि मेयर और विधायक क्यों नहीं जा रहे या क्या कर रहे हैं ये तो वही जानें। फिलहाल भाजपा नेता राम मेहरोत्रा ने  काशीपुर वासियों को जनसमस्याओं से निजात ना मिलता देख अपनी ही सरकार के जनप्रतिनिधियों को कटघरे में खड़ा कर दिया है।