उत्तराखंड विधानसभा में ऐतिहासिक पल: सीएम धामी ने RSS के योगदान को औपचारिक रूप से स्वीकार किया

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उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक ऐतिहासिक वक्तव्य दिया। उन्होंने औपचारिक रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के योगदान को स्वीकार किया, जिसके साथ उत्तराखंड विधानसभा देश की पहली संवैधानिक संस्था बन गई जिसने ऐसा किया।


 

🇮🇳 राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को सम्मान

 

मुख्यमंत्री धामी ने RSS की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा:

“RSS ने सौ वर्षों की निष्ठापूर्ण सेवा और अनुशासन के माध्यम से भारत में राष्ट्रीय चेतना की शाश्वत लौ प्रज्वलित की है, सांस्कृतिक पुनरुत्थान, सामाजिक समरसता, आत्म-सम्मान और अटूट देशभक्ति को बढ़ावा दिया है।”

उन्होंने कहा कि भारत, जो कभी औपनिवेशिक मानसिकता से प्रभावित था, आज अपनी सांस्कृतिक विरासत, वैज्ञानिक दृष्टिकोण और शाश्वत परंपराओं पर गर्व करता है, और यह बदलाव RSS की निःस्वार्थ सेवा और दृढ़ संकल्प के कारण संभव हुआ है।

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🏞️ उत्तराखंड की 25 वर्ष की विकास यात्रा का लेखा-जोखा

 

मुख्यमंत्री धामी ने राज्य की स्थापना से वर्तमान तक की यात्रा का विस्तृत वर्णन किया:

मुख्यमंत्री/शासन अवधि प्रमुख योगदान
अटल बिहारी वाजपेयी (पीएम) नए राज्य को विशेष आर्थिक पैकेज प्रदान किया गया।
नित्यानंद स्वामी व भगत सिंह कोश्यारी (पहले सीएम) कल्याणकारी योजनाओं, पर्यटन विकास, औद्योगिक वृद्धि और आर्थिक सुधारों का नया युग शुरू हुआ।
एन डी तिवारी (2002 के बाद) प्रशासनिक स्थिरता सुनिश्चित की गई; उद्योग, शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
बी. सी. खंडूरी (2007 के बाद) अच्छे शासन, पारदर्शिता और जवाबदेही के सिद्धांतों पर केंद्रित कार्यकाल रहा।
रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए कई ऐतिहासिक पहलों की शुरुआत हुई।
कांग्रेस सरकार (2012) राजनीतिक अस्थिरता और 2013 की प्राकृतिक आपदा का सामना किया; केदारनाथ धाम का पुनर्निर्माण केंद्र के सहयोग से शुरू हुआ।
त्रिवेंद्र सिंह रावत (2017 के बाद) शासन, पारदर्शिता और तकनीक-संचालित प्रशासन में महत्वपूर्ण सुधार हुए।
तीरथ सिंह रावत कोविड-19 महामारी के बीच हरिद्वार कुंभ मेला का सफल आयोजन किया।
पुष्कर सिंह धामी (2022 से) राज्य के इतिहास में पहली बार एक ही पार्टी को पुनः निर्णायक बहुमत; 30 से अधिक नई नीतियां बनाई गईं; गैरसैन को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया गया।
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📈 राज्य के आर्थिक और विकास मानक

 

मुख्यमंत्री धामी ने राज्य की प्रगति के आंकड़े प्रस्तुत किए:

  • राज्य सकल घरेलू उत्पाद (GSDP) अनुमान: गठन के समय ₹14,501 करोड़ से बढ़कर 2024-25 में ₹3,78,240 करोड़
  • प्रति व्यक्ति आय (Per Capita Income): ₹15,285 से बढ़कर लगभग ₹2,74,064
  • SDG सूचकांक: NITI आयोग के सतत विकास लक्ष्यों (SDG) सूचकांक 2023-24 में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
  • रोजगार: राज्य की बेरोजगारी दर राष्ट्रीय औसत से बेहतर है।
  • निवेश: 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में ₹3.56 लाख करोड़ के निवेश प्रतिबद्धताएं प्राप्त हुईं।
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मुख्यमंत्री ने विपक्ष के सदस्यों को सर्कोट गांव, गैरसैन (जिसे उन्होंने गोद लिया है) की प्रगति देखने के लिए आमंत्रित किया और भरोसा जताया कि 1.25 करोड़ नागरिकों के सामूहिक प्रयासों से राज्य अपने “अटूट संकल्प” को पूरा करके देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनेगा।

वक्तव्य समाप्त करने से पहले उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्य के शहीदों, राज्य निर्माण क्रांतिकारियों और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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