हरदोई: प्रहलाद नगरी जन कल्याण समिति ने अपने तीसरे स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित प्रेस वार्ता में बीते तीन वर्षों के सामाजिक, धार्मिक एवं जनहितकारी कार्यों का व्यवस्थित और प्रभावशाली विवरण जनता के समक्ष प्रस्तुत किया।
✨ समिति का मूल उद्देश्य
समिति के अध्यक्ष शिवम द्विवेदी ने बताया कि समिति का मूल उद्देश्य ऐतिहासिक भक्त प्रहलाद जी की पावन नगरी की पहचान को पुनः प्रतिष्ठित करना और उसे प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान दिलाना है।
उन्होंने दावा किया कि समिति के सतत प्रयासों के परिणाम स्वरूप प्रहलाद नगरी का नाम देश-प्रदेश में पहचान बना रहा है। उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से जुड़े पदाधिकारी इस अभियान को व्यापक स्वरूप प्रदान कर रहे हैं।
📌 शासन के समक्ष रखी गई प्रमुख माँगें
समिति ने हरदोई के धार्मिक-ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण और पहचान के लिए शासन के समक्ष कई महत्वपूर्ण जनहितकारी माँगें रखी हैं:
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नामकरण: हरदोई को “प्रहलाद नगरी” घोषित कराया जाना।
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जीर्णोद्धार: ऐतिहासिक प्रहलाद कुंड का जीर्णोद्धार।
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प्रतिमा स्थापना: प्रहलाद कुंड परिसर में भक्त प्रहलाद जी की प्रतिमा की स्थापना।
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संरक्षण: धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थलों का संरक्षण।
🗓️ भावी योजनाएँ और संकल्प
स्थापना दिवस के अवसर पर समिति ने अपने सेवा कार्यों के साथ-साथ अपनी भावी योजनाओं को भी सार्वजनिक किया:
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प्राथमिक लक्ष्य: हरदोई जिले को प्रहलाद नगरी के रूप में पहचान दिलाना और प्रहलाद कुंड के सौंदर्यीकरण को प्राथमिक लक्ष्य बताया गया है।
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अध्यक्ष का संदेश: अध्यक्ष शिवम द्विवेदी ने कहा कि समिति के तीन वर्ष सेवा, समर्पण और सामाजिक उत्तरदायित्व की सशक्त मिसाल हैं। उन्होंने संकल्प लिया कि समिति आने वाले समय में भी जनहित के कार्यों को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने और समाज में सकारात्मक एवं स्थायी परिवर्तन लाने के लिए निरंतर कार्य करती रहेगी।
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