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मोहब्बत में दर्दनाक मौत: चार बच्चों की मां के प्यार में हुआ दीवाना, थाने में खा लिया जहर; पुलिस के छूटे पसीने

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मथुरा में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया, जहां चार बच्चों की मां के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे प्रेमी ने खुद की जान ले ली। हुआ कुछ ये कि लिव इन में रहते हुए विवाहिता हाईवे के मायापुरम से लापता हो गई थी, जिसे हाईवे पुलिस हरिद्वार से रविवार को सकुशल बरामद करके ले आई।

इसकी भनक लगते ही दिव्यांग प्रेमी भी थाने पहुंच गया। प्रेमिका ने साथ जाने से मना कर दिया तो थाने में ही युवक ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया। ऐसा होते देख पुलिसकर्मियों के हाथ-पैर फूल गए। जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से आगरा रेफर कर दिया। जहां इलाज के दौरान प्रेमी की मौत हो गई।

थाना हाईवे की मायापुरम काॅलोनी निवासी दिव्यांग अशोक (32) गाजियाबाद में एक एनजीओ में नौकरी करता था। यहां पर पलवल की रहने वाली दिव्यांग विवाहिता प्रिया का आना जाना था। दोनों में प्यार परवान चढ़ा तो विवाहिता ससुराल में पति और चार बच्चों को छोड़कर अशोक के संग लिव इन रिलेशनशिप में रहने लगी। करीब एक साल पहले अशोक उसे अपने मायापुरम कॉलोनी में लाकर रहने लगा। लिव इन रिलेशनशिप में रहते हुए विवाहिता 26 फरवरी को लापता हो गई। इसकी गुमशुदगी अशोक ने थाना हाईवे में दर्ज कराई। इसमें अशोक ने विवाहिता को पत्नी दर्शाया। रविवार की सुबह हाईवे पुलिस हरिद्वार से विवाहिता को सकुशल बरामद करके लाई।

इसकी भनक लगते ही अशोक एक्टिवा से थाने पहुंच गया। यहां पर विवाहिता से चलने की कहने लगा। उसके मना करने पर गुस्साए अशोक ने विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया। मौके पर ही उसकी हालत बिगड़ने लगी। ऐसा होते देख पुलिसकर्मी उसे जिला अस्पताल ले गए। यहां से आगरा रेफर कर दिया। प्रभारी निरीक्षक छोटेलाल ने बताया कि आगरा में अशोक की मौत हुई है। दोनों लिव इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। विवाहिता को घर भेज दिया गया है। अशोक के परिजन भी बमुश्किल आए हैं। इस मामले में अभी कोई तहरीर नहीं मिली है। तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

विवाहिता का विवाह पलवल के रहने वाले एक युवक से हुआ था। उससे विवाहिता के दो बेटी और दो बेटे हैं, जिन्हें पलवल से छोड़कर विवाहिता अशोक के संग चार साल से लिव इन रिलेशनशिप में रह रही थी। पिछले 10 साल से अशोक के परिजन से संबंध नहीं थे। हाईवे पुलिस ने मौत की खबर दी तो कोई भी परिजन आने को तैयार नहीं हुआ। फिर पुलिस ने परिजन को अंतिम संस्कार के लिए राजी कर लिया।

पुलिस ने बताया कि गाजियाबाद में लिव इन रिलेशनशिप में रहते हुए विवाहिता घरों में चौका-बर्तन का काम करती थी। एक साल पहले मथुरा आकर रही तो यहां भी कोठियों में काम करके कमाती थी। मृतक युवक कोई काम नहीं करता था। विवाहिता जो लाती थी उसे अपने पास रखता था। विवाहिता के खर्चा मांगने पर आए दिन मारपीट भी कर देता था। इसी से परेशान होकर वह उसे छोड़कर चली गई थी।

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