अमरोहा: जनपद के मोहल्ला अफगानान निवासी और हाशमी गर्ल्स इंटर कॉलेज में 11वीं क्लास की छात्रा अहाना हाशमी (16 वर्ष) की दिल्ली के एम्स अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। डॉक्टरों ने मौत का कारण लंबे समय तक अत्यधिक फास्टफूड (बर्गर, पिज्जा, चाउमीन) का सेवन बताया है, जिसके चलते उसकी आंतों में छेद हो गए और पाचन तंत्र पूरी तरह से कमजोर पड़ गया था।
🍔 फास्टफूड की जानलेवा लत
-
शौक: परिवारवालों के मुताबिक, अहाना को चाउमीन, मैगी, पिज्जा और बर्गर का बहुत शौक था और वह घर का खाना मुश्किल से खाती थी।
-
शारीरिक क्षति: डॉक्टरों ने बताया कि यह आदत धीरे-धीरे उसकी सेहत को खोखला करती गई, जिससे उसकी आंतों में छेद हो गए और वे आपस में चिपक गईं।
🏥 बिगड़ी तबियत और इलाज
-
सितंबर में शुरुआत: सितंबर से अहाना की हालत बिगड़ने लगी, जिसमें पेट में तेज दर्द और कमजोरी बढ़ती गई।
-
पहला ऑपरेशन: 30 नवंबर को हालत गंभीर होने पर उसे मुरादाबाद के एक निजी अस्पताल ले जाया गया। जाँच में आंतों में छेद होने का पता चला। डॉक्टरों ने तत्काल ऑपरेशन किया, जो सफल रहा, और 10 दिन बाद उसे छुट्टी मिल गई।
-
एम्स में अंतिम सांस: चार दिन पहले अचानक फिर से पेट दर्द और कमजोरी बढ़ने पर परिवार उसे दिल्ली एम्स (AIIMS) ले गया।
-
भर्ती के बाद शुरुआती इलाज से उसमें सुधार भी हुआ, लेकिन रविवार देर रात उसकी हालत अचानक बिगड़ गई।
-
डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बावजूद, हार्ट फेल हो जाने से अहाना की मौत हो गई।
-
अहाना के मामा गुलजार खान उर्फ गुड्डू ने बताया कि डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि अत्यधिक फास्टफूड से आंतें खराब हुईं और शरीर इतना कमजोर हो गया था कि जान नहीं बच सकी।
🔔 समाज के लिए अलार्म
अहाना की मौत से उसके परिवार में मातम पसरा है। यह घटना सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि लगातार जंक फूड खाने से पाचन तंत्र को भारी नुकसान होता है, और समय पर सावधानी न बरतने पर इसके परिणाम जानलेवा हो सकते हैं।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
