उत्तराखंड विधानसभा के विशेष सत्र में मंगलवार को राज्य की 25 वर्ष की विकास यात्रा और भविष्य के रोडमैप पर चर्चा के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कई बार तीखी नोकझोंक और आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिले।
🇮🇳 “हम सब उत्तराखंडी हैं” पर बहस
- विवाद का विषय: भाजपा विधायक विनोद चमोली जब मूल निवास विषय पर अपनी बात रख रहे थे, तो उन्होंने विपक्ष की ओर मुखातिब होते हुए कहा, “मैं उत्तराखंडी हूँ और आप पार्टी के लोग हो।”
- विपक्ष का ऐतराज़: कांग्रेस विधायकों रवि बहादुर, वीरेंद्र जाती, अनुपमा रावत, तिलकराज बेहड़ ने इस पर ऐतराज जताते हुए विषय को गलत दिशा में ले जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सभी उत्तराखंडी हैं और उत्तराखंड के दर्द की बात होनी चाहिए।
- पीठासीन निर्देश: इस पर पीठ की ओर से भी कहा गया कि “हम सब उत्तराखंडी हैं।”
🤬 मर्यादित भाषा और अनुशासन
- राजनीतिक टीका: भाजपा विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा ने 2022 में मिथक तोड़ा और 2027 में भी यही स्थिति रहेगी। इस पर विपक्ष ने एक नारा लगाना शुरू कर दिया।
- विधानसभा अध्यक्ष की सख्ती: विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने तुरंत संज्ञान लिया और नारे से संबंधित अंश को कार्यवाही से हटाने के निर्देश दिए।
- निर्देश: अध्यक्ष ने सदस्यों से कहा कि बातचीत में तल्खी हो सकती है, लेकिन अपशब्दों का प्रयोग कतई नहीं होना चाहिए और सदस्यों को मर्यादित भाषा का प्रयोग करना चाहिए।
- बाहर जाकर टिप्पणी: जब विधायक आपस में बातचीत में मशगूल दिखे, तो अध्यक्ष ने नाराजगी जताई और कहा कि जो सदस्य अपनी बात रख रहा है, उन्हें सुनें। यदि किसी को कोई टीका-टिप्पणी करनी है तो बाहर जाकर करें।
💰 औद्योगिक भूमि और ऐतिहासिक तथ्य
- कांग्रेस का आरोप: कांग्रेस विधायक भुवन कापड़ी ने सत्र के दौरान एक औद्योगिक समूह को भूमि देने का जिक्र किया था।
- सत्ता पक्ष का जवाब: इस पर कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने पलटवार करते हुए कहा कि औद्योगिक इकाइयों को एक रुपये में भूमि देने की शुरुआत कांग्रेस ने ही की थी। उन्होंने कहा कि विकास के लिए कांग्रेस यह नीति लाई होगी, लेकिन चूंकि शुरुआत कांग्रेस ने की थी, लिहाजा तथ्यों को सही तरीके से रखा जाए।
🤝 विधायक की टिप्पणी पर विवाद
- कांग्रेस विधायक तिलकराज बेहड़ ने अपनी ही पार्टी के विधायक लखपत बुटोला की राज्य के पहले मुख्यमंत्री को लेकर की गई टिप्पणी को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
- उन्होंने पीठ से आग्रह किया कि बुटोला भूलवश टिप्पणी कर गए होंगे, लिहाजा इसे सदन की कार्यवाही से हटा दिया जाए। तभी भाजपा विधायक दिलीप रावत ने कहा कि कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए, जिसे लेकर रावत और बेहड़ के मध्य बहस भी हुई।
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