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उत्तराखंड रजत जयंती समारोह: पीएम मोदी का ‘पहाड़ी अंदाज’, भाषण में दिखी गढ़वाली-कुमाऊंनी की झलक

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उत्तराखंड राज्य के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रविवार को एफआरआई (वन अनुसंधान संस्थान), देहरादून में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हर अंदाज पहाड़ीपन से घुला-मिला दिखा। उन्होंने अपने भाषण में कई बार गढ़वाली और कुमाऊंनी के वाक्य बोले, जिससे उत्तराखंड की जनता ने उनके साथ और भी गहरा जुड़ाव महसूस किया।


 

🏞️ पहाड़ी बोली से किया कनेक्ट

 

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने चिर-परिचित अंदाज में भाषण की शुरुआत इन गढ़वाली-कुमाऊंनी वाक्यों से की:

“देवभूमि उत्तराखंड का मेरा भै-बन्धों, दीदी-भुल्यों, दाना-सयाणों। आप सबू कैं, म्यर नमस्कार, पैलाग, सेवा सौंधी।”

उन्होंने अपने भाषण के बीच में फिर से गढ़वाली में बोलना शुरू किया, जिसने लोगों को और रोमांचित कर दिया:

“पैली पहाडू कू चढ़ाई, विकास की बाट कैल रोक दी छै। अब वखि बटि नई बाट खुलण लग ली।”

 

🎊 लोक संस्कृति का जिक्र

 

पीएम मोदी ने अपने भाषण में पहाड़ के लोक पर्वों, लोक परंपराओं और महत्वपूर्ण आयोजनों को भी शामिल किया। इस क्रम में उन्होंने निम्नलिखित का जिक्र किया:

  • पर्व और परंपराएं: हरेला, फुलदेई, भिटोली।
  • मेले और धार्मिक स्थल: नंदादेवी, जौलजीबी, देवीधुरा मेले।
  • पर्यटन: दयारा बुग्याल के बटर फेस्टिवल।

 

🌟 25 साल की तपस्या का फल

 

पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि:

  • स्थापना दिवस: “9 नवंबर का ये दिन एक लंबी तपस्या का फल है। आज का दिन हम सभी को गर्व का अहसास करा रहा है।”
  • अटल जी का योगदान: “उत्तराखंड की देवतुल्य जनता ने वर्षों तक जो सपना देखा था, वो अटल जी की सरकार में 25 साल पहले पूरा हुआ था।”
  • विकास पर गर्व: उन्होंने कहा कि बीते 25 वर्षों की यात्रा के बाद, आज उत्तराखंड जिस ऊंचाई पर है, उसे देखकर हर उस व्यक्ति का खुश होना स्वाभाविक है, जिसने इस खूबसूरत राज्य के निर्माण के लिए संघर्ष किया था।
  • डबल इंजन की सरकार: “मुझे इस बात की भी खुशी है कि डबल इंजन की भाजपा सरकार उत्तराखंड के सामर्थ्य को नई ऊंचाई देने में जुटी है।”
  • श्रद्धांजलि: उन्होंने उत्तराखंड की रजत जयंती पर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी और आंदोलनकारियों का वंदन एवं अभिनंदन किया।

इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने एक स्मारक डाक टिकट जारी किया और प्रदेश को ₹8,260 करोड़ की योजनाओं की सौगात भी दी।

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