पूरा मामला काशीपुर के आवास विकास वार्ड नंबर 17 का है जहां नगर निगम के पिछले कार्यकाल में करीब 2 वर्ष पूर्व बोर्ड द्वारा विवेकानंद पार्क के सौंदर्य करण को लेकर एक प्रस्ताव पास हुआ था और उक्त पार्क के सौंदर्य करण का शिलान्यास प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा नगर के तमाम वरिष्ठ जनों की मौजूदगी में किया गया था। इधर 23 जनवरी को हुए नगर निकाय चुनाव के बाद अभी नवनिर्वाचित बोर्ड की बैठक भी नहीं हुई है और ना ही नवनिर्वाचित बोर्ड का शपथ ग्रहण समारोह हो पाया है परंतु
पार्क में लगे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह के इस शीलापट्ट पर वार्ड नंबर 17 से निर्वाचित हुए पार्षद पुष्कर बिष्ट द्वारा पेंट से अपना नाम अंकित कर दिया जिसको लेकर पूर्व पार्षद राजकुमार सेठी ने आपत्ति जताते हुए इस पूरे मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और नगर निगम प्रशासन का घोर अपमान बताया है तथा मुख्य नगर आयुक्त विवेक राय से नवनिर्वाचित पार्षद के इस कृत्य पर कार्यवाही की मांग की है।
वार्ड नंबर 17 में बने विवेकानंद पार्क का शिलान्यास जब हुआ था उस समय वह भी एक नामित सभासद थे तथा शिलापट्ट पर उनका नाम भी दर्ज होना चाहिए था जिसको लेकर उनके द्वारा नगर निगम प्रशासन और ठेकेदार को कई बार कहा गया परंतु उस समय माननीय मुख्यमंत्री के शीला पट्ट पर पार्षद राजकुमार सेठी का नाम ही दर्ज किया गया आचार संहिता लगने के बाद आज मैंने भी उक्त शीला पट्ट पर अपना नाम उसमें जोड़ दिया है।
पुष्कर बिष्ट नवनिर्वाचित पार्षद वार्ड नंबर 17