पिथौरागढ़ : तीनों सेनाओं में भर्ती के लिए सरकार की नई योजना अग्निपथ के विरोध में गुरुवार को युवाओं का सैलाब सड़कों पर उतर आया। युवाओं ने पिथौरागढ़ में चक्का जाम कर दिया। जाम में सैकड़ों वाहन फंस गए।
युवाओं के आक्रोश को देखते हुए प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे। युवाओं को किसी तरह शांत कराकर जाम खुलवाया गया। जाम खोलने के बाद युवाओं ने नगर में विशाल जुलूस निकाला और कलक्ट्रेट के समक्ष जोरदार प्रदर्शन कर अग्निपथ योजना को वापस लिए जाने की मांग की।
युवाओं का विरोध बीते रोज से ही शुरू हो गया था। गुरूवार को बड़ी तादात में युवा सिल्थाम तिराहे पर एकत्र हुए और चक्का जाम कर दिया। सिल्थाम तिराहे पर जाम लगने से रई, चंडाक, वड्डा और रोडवेज स्टेशन में सैकड़ों वाहन फंस गए। बच्चों को स्कूल जे जा रही तमाम बसें भी जाम में अटक गई।
धारचूला, डीडीहाट, थल, मुनस्यारी से आ रहे वाहनों की लंबी कतारें सड़कों पर लग गई। जाम के चलते राहगीर भी परेशान रहे। सिल्थाम में युवाओं ने सभा की और अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए कहा कि सरकार युवाओं के हाथों से रोजगार का एक बड़ा अवसर छीन रही है।
सेना की वर्दी में डिप्स लगाकर जताया विरोध
युवाओं के स्वत:स्फूर्त विरोध प्रदर्शन में युवाओं ने विरोध का अनूठा तरीका अपनाया। सेना की वर्दी टोपी पहने युवाओं ने जुलूस के दौरान सड़कों पर डिप्स लगाए। युवाओं ने कहा कि सरकार ने उनके लिए रोजगार के दरवाजे बंद कर दिए हैं। अग्निपथ योजना को वापस लेने के साथ ही रूकी हुई सेना की भर्ती दोबारा नहीं कराए जाने तक उनका विरोध जारी रहेगा।
बिहार, हरियाणा, दिल्ली और यूपी के बाद उत्तराखंड में भी अग्निपथ स्कीम का विरोध शुरू हो गया है। उत्तराखंड के पिथौरागढ़, खटीमा, चंपावत जिलों में युवाओं ने इसके खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। उन्होंने सड़क जाम कर योजना के खिलाफ अपना विरोध जताया।
चंपावत में गुरुवार को युवा प्रदर्शनकारी मोटर स्टेशन से गोलज्यू दरबार पहुंचे। युवाओं ने मांग की कि सरकार पहले की तरह स्थायी रूप से सेना में भर्ती करे। युवाओं को कांग्रेस के पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल का समर्थन मिला। प्रदशर्नकारियों ने मोटर स्टेशन में सरकार का पुतला फूंका। बागेश्वर में भी केंद्र की सैन्य भर्ती की नई अग्निपथ स्कीम का विरोध हो रहा है। गुरुवार को युवाओं ने जिला मुख्यालय पर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार की इस योजना को युवाओं के साथ विश्वासघात बताया।
यह है ‘अग्निपथ योजना’
राष्ट्र के सामने आने वाली भावी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में मंगलवार को आमूलचूल परिवर्तन करते हुए, थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना का मंगलवार को ऐलान किया था। इसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की छोटी अवधि के लिए होगी। यह भर्ती कॉन्ट्रैक्चुअल आधार पर होगी। योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे। चयन के लिए उम्र की सीमा 17.5 वर्ष से 21 वर्ष के बीच रखी गई है।
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