उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में भालू का आतंक जारी है। नया मामला चमोली जिले के पोखरी विकासखंड से सामने आया है, जहाँ स्कूल से लौट रहे दो स्कूली बच्चों पर भालू ने हमला कर दिया। इस दौरान एक बच्चे ने असाधारण हिम्मत दिखाते हुए अपने दोस्त को बचाया।
🎒 हमले का विवरण
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छात्र: देवेश और पंकेश (दोनों 13 साल के, कक्षा 6 के छात्र)।
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विद्यालय: जूनियर हाईस्कूल हरिशंकर, पोखरी विकासखंड।
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घटना: शनिवार को छुट्टी के बाद दोनों बच्चे घर लौट रहे थे, तभी बीच रास्ते में उनका सामना भालू से हो गया।
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हमला: भालू ने अचानक देवेश का पैर पकड़ लिया।
🦸 पंकेश ने दिखाई बहादुरी
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देवेश को भालू के कब्ज़े में फंसा देख पंकेश बिल्कुल भी नहीं घबराया।
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पंकेश ने हिम्मत दिखाते हुए भालू पर पत्थरों से हमला करना शुरू कर दिया।
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इस हमले के बाद भालू देवेश का पैर छोड़कर मौके से भाग गया।
🏥 घायल छात्र का उपचार
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घायल देवेश को शिक्षक मनबर सिंह तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पोखरी लेकर गए।
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डॉक्टरों ने उपचार के बाद देवेश को घर भेज दिया।
✨ दोस्त की हिम्मत की सराहना
घायल छात्र देवेश ने पंकेश के लिए कहा, “मैं बहुत डर गया था, अगर पंकेश हिम्मत न दिखाता तो आज कुछ भी हो सकता था। वो मेरा सच्चा दोस्त है।”
ग्रामीणों ने पंकेश की बहादुरी की जमकर सराहना की है। उनका कहना है कि जहाँ बड़े-बड़े लोग डर कर भाग जाते हैं, वहाँ पंकेश ने संकट के समय दोस्त का साथ देकर उसका जीवन बचाया। पूरे क्षेत्र में पंकेश की बहादुरी की प्रशंसा हो रही है।
🌿 वन विभाग की कार्रवाई
इस घटना पर वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर नेगी ने कहा कि वन विभाग की टीम जांच में लगी हुई है और उस क्षेत्र में गश्त बढ़ा दी गई है, ताकि लोगों को ऐसी परेशानियों का सामना न करना पड़े।
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