हल्द्वानी। यहां बनभूलपुरा थानाक्षेत्र में सालों ने जीजा को पीट-पीट कर जान से मार डाला। साले इतनी सी बात पर नाराज थे कि उसके जीजा ने बहन पर हाथ उठा दिया था। बहन के बताने पर उसके तीन भाई मौके पर पहुंचे और जीजा को इस कदर पीटा कि उसकी मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों हत्यारोपी साले फरार हो गए। बनभूलपुरा पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। साथ ही पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है।
मूलरूप से दरियाबाग बाराबंकी उत्तर प्रदेश निवासी अमरीका (27 वर्ष) पुत्र मोतीयार के ससुराली यहां बनभूलपुरा थानाक्षेत्र के गफूर बस्ती में रहते हैं और वह भी अपनी पत्नी आशा और बच्चों के साथ ससुराल में ही रहता था। दो जून की रोटी के लिए वह कूड़ा बीन कर उसे बेचता था। क्षेत्र में रहने वाले सोनू सरपंच का कहना है कि सोमवार रात किसी बात पर अमरीका का उसकी पत्नी आशा से विवाद हो गया था। गुस्से में आकर अमरीका ने आशा पर हाथ उठा दिया। आशा ने इस बात की जानकारी अपने भाई संजय, मनोज और देवा को दे दी। बहन के पिटने की बात सुनकर भाइयों का खून खौल गया। उन्होंने बिना कुछ सोचे-समझे अमरीका पर हमला कर दिया। उसे तब तक पीटते रहे, जब तक विरोध करने की हालत में था। उसे बुरी तरह पिटता देख आस-पास के लोगों ने विरोध शुरू किया तो आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन तब तक अमरीका अधमरा हो चुका था।
घटना के कुछ समय बाद उसे होश आया तो लड़खड़ाते कदमों से राजपुरा में रहने वाली बेवा मौसी मुरैली के पास पहुंचा। रात उसने मौसी के घर पर गुजारी। सुबह मौसी ने उसे गंभीर हालत में देखा तो डॉक्टर के पास चलने को कहा, लेकिन वह चलने की हालत में नहीं था। मौसी ने पड़ोसियों को बुलाया और किसी तरह उसे उठा कर बाहर लेगए तो अचानक ही उसकी हालत और बिगड़ गई बमुश्किल उसे दो लोगों ने बाइक पर बैठाया और सोबन सिंह जीना बेस अस्पताल ले गए, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया। अस्पातल में जांच करते ही चिकित्सकों ने भी अमरीका के मौत की पुष्टि कर दी।
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