हिमालय प्रहरी

ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति करके भक्ति के मार्ग पर चलते हुए भ्रमों की समाप्ति हो सकती है- सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज

खबर शेयर करें -


*मानव हो मानव को प्यारा,*
*इक दूजे का बने सहारा।।*
राजू अनेजा, काशीपुर। क्षेत्रीय संत समागम के रूप में ग्राम गांधीनगर में एक विशाल सत्संग का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं एवं निरंकारी संतो ने भक्ति का आनंद लिया। यह सत्संग कार्यक्रम प्रातः 10:00 बजे से 1:00 तक चलता रहा।
पठानकोट से आए हुए संत प्रचारक महात्मा द्विवेदी जी ने सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के संदेश को उपस्थित श्रद्धालुओं तक पहुंचाया कि ब्रह्म ज्ञान की प्राप्ति करके भक्ति के मार्ग पर चलते हुए भ्रमों की समाप्ति हो सकती । निरंकारी मिशन एक आध्यात्मिक विचारधारा है। हमें अपने जीवन में निष्काम भाव से सेवा करते हुए समर्पण वाला जीवन जीना चाहिए। मनुष्य को एक दूसरे के साथ प्यार और नम्रता का व्यवहार रखना चाहिए। इस प्रचार यात्रा में उनके साथ गीतकार लकी ने गुरु महिमा में भजन गाकर स्थानीय उपस्थित महापुरुषों का मन मोह लिया।
ब्रांच काशीपुर के मुखी राजेंद्र अरोड़ा
ने सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के वचनों को मानकर चलने पर बल दिया। स्थानीय संत गुरदेव सिंह, मस्सा सिंह के द्वारा सभी का धन्यवाद किया गया। यह विज्ञप्ति स्थानीय निरंकारी मीडिया प्रभारी प्रकाश खेड़ा द्वारा दी गई।

Exit mobile version