आपको बता दे कि काशीपुर मेयर दीपक बाली के भतीजे हर्षित बाली की टांडा उज्जैन में महावीर प्लाईवुड के नाम से फर्म है। पुलिस को दी तहरीर में हर्षित ने कहा कि मंगलवार, 11 फरवरी की शाम चार बजे उसके पास किसी व्यक्ति ने कॉल की। कॉलर ने कहा कि वह कोतवाली से बोल रहा है। कोतवाली में कार्यालय के लिए 16 प्लाई बोर्ड की जरूरत है। जिस पर उन्होंने प्लाई की कुल कीमत 25 हजार 340 रुपये बताई। पहले उसने ऑनलाइन 19 हजार 100 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करने का मैसेज भेजा। फिर बकाया 6240 रुपये भेजने की बात कही। इसके बाद उसने एक और मैसेज भेजकर कहा कि आपके खाते में गलती से 6240 रुपये की बजाए 62 हजार 900 रुपये ट्रांसफर हो गए हैं। यह सरकारी पैसा है, शेष रकम उनके खाते में वापस लौटा दीजिए। उसके मैसेज पर भरोसा कर उसने 50 हजार रुपये की रकम अपने खाते से उसके बताए एकाउंट में ट्रांसफर कर दी। इसके बाद कॉलर को फोन लगाया तो उसने कॉल रिसीव नहीं की। उसने कोतवाली के लिए जो प्लाईवुड लदवाया था। वो भी वापस लौट आया। पीड़ित ने कोतवाली प्रभारी अमर चंद्र शर्मा से मिलकर कार्रवाई की मांग की है। पुलिस तहरीर के आधार पर मामले की जांच कर रही है।
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