राजू अनेजा,काशीपुर। जमीन के सौदे के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी, बंधक बनाकर धमकी और जबरन वसूली का सनसनीखेज मामला सामने आया है। न्यायालय के आदेश पर कुंडा थाना पुलिस ने आठ प्रभावशाली लोगों के खिलाफ ठगी, धमकी, षड्यंत्र और अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
टांडा उज्जैन निवासी मोहित शर्मा पुत्र स्व. संजीव कुमार शर्मा ने न्यायालय में दायर प्रार्थना पत्र में आरोप लगाया कि राजेंद्र छाबड़ा उर्फ रतन छाबड़ा, बलवंत सिंह उर्फ काला, कुलवंत सिंह, सतनाम सिंह गिल, सुरेंद्र चौधरी, नवीन छाबड़ा, परम छाबड़ा और ऋषभ छाबड़ा ने मिलकर उनसे और उनके सहयोगी अरपिंदर सिंह रंधावा उर्फ हैप्पी से करोड़ों की ठगी की।
करीब डेढ़ साल पूर्व आरोपियों ने 14.62 करोड़ रुपये में 7.50 एकड़ भूमि का सौदा कराया। इस दौरान जमीन को साफ-सुथरी और किसी भी बंधक से मुक्त बताकर दिखाया गया। भरोसा कर मोहित शर्मा ने 43.50 लाख, अरपिंदर सिंह ने 42 लाख और रतन छाबड़ा ने 26.50 लाख रुपये एडवांस दिए। बाद में बलवंत सिंह ने अपनी जमीन का सौदा भी इसमें शामिल कर 35.90 लाख रुपये वसूल लिए।
लेकिन हकीकत खुली तो पता चला कि सतनाम सिंह की जमीन बैंक ऑफ बड़ौदा के पास बंधक थी और बलवंत सिंह द्वारा बताई गई जमीन सड़क पर न होकर जिपर स्कूल के पीछे की निकली, जिसकी कीमत बहुत कम थी।
पीड़ितों ने जब पैसे लौटाने की मांग की तो आरोपियों ने धमकियां शुरू कर दीं। 26 मई को जसपुर के संधू ढाबा पर मोहित शर्मा और अरपिंदर सिंह को करीब दो घंटे तक बंधक बनाकर रखा गया। आरोप है कि उनसे 20 लाख रुपये की अवैध मांग की गई और रुपया न देने पर जान से मारने व झूठे मुकदमों में फंसाने की धमकी दी गई।
मामले की शिकायत जसपुर कोतवाली और एसएसपी से भी की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। उल्टा आरोप है कि 14 जुलाई को आरोपियों की मिलीभगत से कुंडा पुलिस ने दोनों पीड़ितों को थाने में बुलाकर पूरे दिन बैठाए रखा और उत्पीड़न किया।
आखिरकार परेशान होकर मोहित शर्मा ने न्यायालय की शरण ली।इधर न्यायालय के आदेश पर कुंडा थाना पुलिस ने सभी आठों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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