हिमालय प्रहरी

काशीपुर के फारूक ने पाकिस्तान की शाहिदा से दूसरा ब्याह रचा काशीपुर से ही बनवा लिया फर्जी आधार कार्ड, एक ही नम्बर से बनाये गए तीन तीन आधार कार्ड देख पुलिस भी रह गई भौचक्की , पढिए पूरी खबर

खबर शेयर करें -

राजू अनेजा, काशीपुर। काशीपुर के युवक द्वारा पाकिस्तान की महिला से दूसरा ब्याह रचा काशीपुर से बनाये गए फर्जी आधार कार्ड के जरिए पाकिस्तानी महिला को छुपा कर रखने का मामला सामने आया है।अब पुलिस ने पाकिस्तानी महिला को कुपवाड़ा पुलिस को सौंपकर  काशीपुर के फारूख पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।

 

आपको बताते चले कि पाकिस्तान से 16 साल पहले 45 दिनों के विजिटर वीजा पर भारत आई शाहिदा बानो का परिवार अपने वतन वापस लौटने के बजाए कश्मीर में अवैध रूप से बस गया। शाहिदा बानो ने आठ साल पहले कुपवाड़ा में कार मैकेनिक का काम करने वाले काशीपुर निवासी फारूख हुसैन से निकाह कर दिया। फारूख ने पहले से शादीशुदा होने के बावजूद शाहिदा से निकाह किया, साथ ही हर साल शाहिदा को सर्दियों में काशीपुर लाकर कई जगहों पर घुमाता रहा। उसने शाहिदा के पाकिस्तानी होने की बात पुलिस प्रशासन से छिपाकर रखी। अब पुलिस ने शाहिदा को कुपवाड़ा पुलिस को सौंपा है और फारूख पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।

दरअसल पहलगाम में हुए आतंकी हमलों के बाद केंद्र सरकार ने देश में आए पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर उनको वापस लौटा दिया था। इसके बाद देश के विभिन्न राज्याें में अवैध रूप से बसे पाकिस्तानी नागरिकों को चिन्ह्ति करने की कसरत शुरू हुई थी। इसी कसरत में कश्मीर के थाना लाल बाजार की एक काॅलोनी में रहने वाले नसीम अहमद बट के परिवार को चिन्ह्ति किया गया था। बट वर्ष 2009 में पत्नी और परिवार के साथ विजिटर वीजा पर कश्मीर आया था और फिर नहीं लौटा था। उसकी बड़ी बेटी शाहिदा बानो का निकाह के बाद पति फारूख के साथ कुपवाड़ा में होना पता चला था। लेकिन पहलगाम हमले के बाद शाहिदा फारूख के साथ काशीपुर आ गई थी। कुपवाड़ा पुलिस ने जिला पुलिस से संपर्क साधा था। पुलिस ने गोपनीय तरीके से फारूख का पता किया तो वह काशीपुर के थाना साबिक स्थित मझरा पट्टी का रहने वाला निकला था। फारूख की एक पत्नी काशीपुर में अपनी दो बेटियों के साथ रहती है।

कुपवाड़ा में यूके मोटर्स नाम से है वर्कशॉप
खुफिया एजेंसी और पुलिस ने पाकिस्तानी युवती से निकाह करने वाले फारूख की कुंडली खंगाली है। फारूख करीब 19 साल पहले काशीपुर से कुपवाड़ा गया था। उसने कार मैकेनिक की किराए की दुकान खोली थी और इसके बाद उसने अपनी कार वर्कशॉप खोल ली थी। फारूख ने शाहिदा से कोर्ट मैरिज की और फिर उससे निकाह भी किया। कुपवाड़ा में सर्दियों के मौसम में बर्फ गिरने पर वह हर साल सर्दियों के पांच महीने शाहिदा को काशीपुर लाता रहा और उसे नैनीताल सहित कई जगहों पर घुमाया था।

एक नंबर से बनाए तीन आधार कार्ड, काशीपुर से बनवाया आधार
पुलिस और खुफिया एजेंसी ने शाहिदा के बारे में जानकारी की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। यह परिवार अटारी रेल अमृतसर से श्रीनगर आया था। विजिटर वीजा खत्म होने के बाद परिवार वापस लौटने के बाद गुपचुप ढंग से कश्मीर में बस गया। शाहिदा के पासपोर्ट की अवधि 2012 में खत्म हो चुकी थी। हाईस्कूल तक पढ़ी शाहिदा ने आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर कार्ड के साथ ही मूल निवास और श्रम कार्ड तक बनवा रखा था। उसके पास एक ही आधार नंबर से तीन आधार कार्ड बनवा रखे थे। दो आधार में श्रीनगर के अलग-अलग जगह का पता दर्ज कराया गया था। कुछ समय पहले उसने काशीपुर से पति के पते वाली जगह का आधार कार्ड बनवाया था।

ब्यूटी पार्लर में काम करने के दौरान फारूख से हुआ संपर्क
सूत्रों के अनुसार नौ साल पहले शाहिदा कुपवाड़ा के एक ब्यूटी पार्लर पर काम करती थी। पार्लर से कुछ किलोमीटर दूर फारूख की दुकान थी। इस दौरान पार्लर आते-जाते उसकी पहचान फारूख से हो गई थी। शाहिदा का परिवार पाकिस्तान के कराची का रहने वाला है। उसकी बड़ी बहन की शादी श्रीनगर में हो चुकी है। उसकी दो बहने और दो भाई पढ़ाई करते हैं।

कुपवाड़ा के पुलिस अधिकारी ने उनसे संपर्क कर शाहिदा बानो की जानकारी साझा की थी। पहलगाम में हुए हमले के बाद फारूख शाहिदा को लेकर काशीपुर स्थित अपने घर आ गया था। कुछ दिन पहले शाहिदा को हिरासत में लेकर पुलिस टीम के साथ अटारी बाघा बार्डर पर कुपवाड़ा पुलिस को सुपुर्द किया गया था। निकाह के बाद से ही हर साल फारूख शाहिदा को लेकर काशीपुर आता रहा, लेकिन उसने पुलिस प्रशासन से शाहिदा के पाक नागरिक की जानकारी छिपाई थी। इस संबंध में काशीपुर पुलिस को केस दर्ज करने के आदेश दिए गए हैं। -मणिकांत मिश्रा, एसएसपी।

 

 

Exit mobile version