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आज से ब्रह्माकुमारीज का “संस्कृति, संगीत और आध्यात्म महोत्सव” का शुभारंभ, नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान की भी होगी औपचारिक शुरुआत

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श्रीनगर (गढ़वाल), 15 जून। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के कला एवं संस्कृति प्रभाग के तत्वावधान में तीन दिवसीय “संस्कृति, संगीत और आध्यात्म महोत्सव” का भव्य आयोजन आज से श्रीनगर के सर्राफा धर्मशाला में शुरू हो रहा है। इस महोत्सव के साथ ही “नशा मुक्त उत्तराखंड अभियान” की भी औपचारिक शुरुआत की जा रही है।

महोत्सव का उद्देश्य और विशेषताएँ:

इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य समाज में व्याप्त बुरे व्यसनों, विशेषकर नशे की प्रवृत्तियों से मुक्ति के लिए संस्कृति, संगीत और आध्यात्मिक साधना को एक सकारात्मक माध्यम बनाना है। आयोजन के दौरान विशेष पाठशालाएं आयोजित की जाएंगी, जिनमें यह बताया जाएगा कि कला, संगीत और ध्यान के माध्यम से व्यक्ति किस प्रकार आत्मिक शुद्धि की ओर बढ़ सकता है। इस आध्यात्मिक महोत्सव को विशिष्ट बनाने के लिए देश के विभिन्न हिस्सों से सुप्रसिद्ध गायक और सांस्कृतिक कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

आयोजन समिति और प्रमुख हस्तियाँ:

अहमदाबाद स्थित ब्रह्माकुमारी विश्वविद्यालय के कला एवं संस्कृति विभाग की चेयरपर्सन राजयोगिनी बीके चंद्रिका दीदी इस आयोजन की मुख्य वक्ता हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रभाग का गठन 18 फरवरी 2024 को तीन वर्षों के कार्यकाल के लिए किया गया था, जिसका लक्ष्य देश के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों, सामाजिक संगठनों और सामुदायिक केंद्रों में नशा मुक्ति और चारित्रिक निर्माण से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा देना है। उन्होंने आज के सामाजिक परिदृश्य में प्रेम, शांति और सद्भावना जैसे मूल्यों की आवश्यकता पर बल दिया और इन्हें पुनः स्थापित करने में संस्कृति व अध्यात्म की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।

राष्ट्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रम के अध्यक्ष पंडित हेमंत गुरु महाराज ने कहा कि संगीत के माध्यम से युवाओं में चेतना जगाकर उन्हें नशे जैसे आत्मघाती मार्ग से दूर किया जा सकता है। उन्होंने साझा किया कि संगीत, ज्ञान और योग की संयुक्त शक्ति ने हजारों युवाओं के जीवन को नई दिशा दी है।

उद्घाटन समारोह और प्रमुख अतिथि:

उत्तराखंड के निदेशक बीके मेहरचंद ने जानकारी दी कि इस महोत्सव का उद्घाटन रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी और देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी के कर-कमलों से सम्पन्न होगा। कार्यक्रम में राजस्थान से प्रसिद्ध संगीतकार बीके सतीश, बीके नितिन, मुंबई से बीके पुनीत मेहता और अंकित पांडे अपनी विशेष प्रस्तुतियां देंगे।

कार्यक्रम में कला-संस्कृति प्रभाग की राष्ट्रीय समन्वयक बीके पूनम, बीके प्रेम, बीके राधेश्याम गर्ग, बीके नीलम, बीके सरिता, बीके भोपाल सिंह चौधरी, बीना चौधरी, सामाजिक कार्यकर्ता पीयूष जोशी सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहेंगे।

मुख्यमंत्री की शुभकामनाएँ:

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया था। हालांकि, अपनी व्यस्त सरकारी प्रतिबद्धताओं के कारण वे कार्यक्रम में शरीक नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने आयोजकों को पत्र भेजकर अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित कीं और आयोजन की सफलता की कामना की।

आयोजकों को विश्वास है कि इस आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं सामाजिक चेतना से परिपूर्ण आयोजन के माध्यम से नशा मुक्त समाज की दिशा में यह एक प्रभावशाली और प्रेरणादायक पहल सिद्ध होगी।


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