रामनगर: उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में जारी लगातार बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएँ बढ़ गई हैं, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। इसी बीच, गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी और देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी एक बड़े हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गए। यह घटना तब हुई जब वे आपदा प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने देवप्रयाग जा रहे थे।
देवप्रयाग के पास सांसद बलूनी और विधायक कंडारी के सामने ढही पहाड़ी
सांसद अनिल बलूनी का काफिला जैसे ही देवप्रयाग के पास पहुँचा, अचानक ऊपर से पूरी पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा भरभराकर सड़क पर आ गिरा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह पूरा मंजर कुछ ही सेकंड में हुआ और नेताओं को तुरंत पीछे हटना पड़ा। देखते ही देखते भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर सड़क पर फैल गया, जिससे मार्ग पूरी तरह से बाधित हो गया। इसके बाद इन दोनों जनप्रतिनिधियों को पैदल ही मलबे को पार करके आगे बढ़ना पड़ा। गनीमत रही कि किसी भी वाहन या व्यक्ति को कोई नुकसान नहीं हुआ, वरना बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
राज्य में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त, कई जिलों में अलर्ट जारी
इस घटना ने एक बार फिर पहाड़ों में मानसून के दौरान लोगों की असुरक्षा को उजागर कर दिया है। देवप्रयाग क्षेत्र में बीते कई दिनों से लगातार हो रही बारिश से पहाड़ियाँ कमजोर हो गई हैं, जिससे हर समय भूस्खलन का खतरा बना रहता है। मौसम विभाग ने भी 18 सितंबर को राज्य के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान जताया है। इनमें पौड़ी, नैनीताल, देहरादून, बागेश्वर, पिथौरागढ़ और चंपावत जैसे जिले शामिल हैं।
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