हिमालय प्रहरी

हैलो में थाने से बोल रहा हूँ आपके दोनों बेटे मेरी हिरासत में है जल्दी से इस नम्बर पर ₹2 लाख भेजो वरना… साइबर ठग ने पुलिस बनकर एक माँ की ममता को अपना शिकार बनाकर 65000 रुपए ठगे

खबर शेयर करें -

राजू अनेजा,काशीपुर। साइबर ठगो द्वारा भोले भाले लोगों से पैसे ऐंठने के नए नए तरीके ईजाद किये जा रहे और प्रशासन द्वारा इतनी जागरुकता किए जाने के बावजूद भी लोग आसानी से उनके चंगुल में फंसकर अपने जीवन की कमाई हुई पूंजी  गवा दे रहे हैं ऐसा ही एक मामला काशीपुर के कटोरा ताल मोहल्ले का सामने आया जहां साइबर ठग द्वारा पाकिस्तान के नंबर से कॉल कर एक मां को  उसके बेटों के पुलिस में पकड़े जाने का खौफ दिखाकर 65000 ठग लिए। अपने आप को ठगा हुआ महसूस होने पर पीड़िता ने पुलिस से रुपए वापस दिलवाने की गुहार लगाइ है ,वही पुलिस ने मामला साइबर सेल के सुपुर्द कर दिया है

प्राप्त जानकारी के अनुसार मौ कटोराताल निवासी श्रीमती निशा अरोरा पत्नी स्व अनिल सपरा के पास आज सुबह दस बजे पाकिस्तानी नंबर+923036997582 से एक व्हाट्स काल आई। जिसकी डीपी पर एक पुलिस इंस्पेक्टर का फोटो था। फोन करने वाले ने कहा कि तुम्हारे दोनों बेटे पुलिस के पास हैं और हम दोनों को किसी मामले में फंसा देंगे। यह सुनते ही श्रीमती निशा के होश उड़ गए। उस समय वह घर पर अकेली थी। जिन बेटों को फंसाने की बात कही गई थी वह रामनगर गये हुए थे। फोन करने वाले ने दोनों बेटों को छुड़ाने की एवज मे दो लाख रुपए गूगल पे से ट्रांसफर करने को कहा। इस बीच खास बात यह रही कि फोन करने वाले ने फोन न काटने की ताकीद की। जिस पर घबराई वृद्धा ने घर में रखे कैश 65 हजार रुपए निकाले और फोनकर्ता के कहे अनुसार साइबर कैफे की ओर चली। फोन लगातार चालू था। फोनकर्ता लगातार इस बात का निर्देश दे रहा था कि सीधे चलते रहो पीछे मुड़कर मत देखना। फोनकर्ता की इस ताकीद से वृद्धा को इस बात का डर था कि कोई उनके पीछे पीछे चल रहा है।घर आकर जब उसने अपने बेटों से संपर्क कर सारा माजरा बताया तो उसे अपनी ठगी का एहसास हुआ।

Exit mobile version