चौंकिए मत ये रेलवे के माक ड्रिल का एक हिस्सा था। जिसमें रेलवे विभाग द्वारा रेलवे स्टेशन में पटरी पर पलटे ट्रेन के डिब्बे में फंसे यात्रियों को रेस्क्यू करने के लिए एक मॉक ड्रिल किया गया एनडीआरफ के कमांडेंट रवि सिंह बधानी ने बताया कि दुर्घटना से बचने और विपरीत परिस्थितियों में प्रभावी रूप से निपटने के लिए रेलवे ऐसे अभ्यास करता है। रेलवे स्टेशन पर एनडीआरएफ टीम को रामनगर से कोलकाता जाने वाली समर स्पेशल ट्रेन की एक बोगी के पटरी से उतर कर पलटने की खबर मिली। आज सुबह रेलवे कंट्रोल रूम को सूचना दी गई कि 10:31 बजे रामनगर से कोलकाता जाने वाली समर स्पेशल ट्रेन संख्या 0541की एक कोच पटरी से उतरकर पलट गया। सूचना मिलते ही पूरे मंडल मुख्यालय में हड़कंप मच गया। तत्काल मंडल मुख्यालय से दुर्घटना राहत टीम को रवाना किया गया। इसके बाद सूचना पर एनडीआरएफ सिविल डिफेंस मेडिकल इंजीनियरिंग टीम के साथ रेलवे के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच गये। टीम ने वहां पहुंचते ही अपना अभ्यास शुरू कर दिया। रेलवे स्टेशन पर मॉक ड्रिल शुरू हुआ। इस दौरान घटना स्थल पर स्टेशन अधीक्षक रविशंकर सिंह मंडल के रेलवे अधिकारी राकेश कुमार राजीव कुमार उपाध्याय उपजिलाधिकारी अभय प्रताप सिंह एसपी अभय सिंह पुलिस टीम के साथ पहुंच गए। एनडीआरएफ की टीम ने घटना स्थल पर पहुंच कर रेलवे के साथ संयुक्त रूप से बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया। करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ट्रेन की बोगी में फंसे यात्रियों को बाहर निकाल कर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया। यह सब कुछ वास्तविक दिख रहा था। बाद में पता चला कि यहां किसी तरह की ट्रेन दुर्घटना नहीं हुई बल्कि माक डिल है। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि वास्तविक रेल दुर्घटना के समय रेलवे के बचाव एवं राहत दल सही तरीके से कार्य कर सके, इसके लिए काल्पनिक रेल दुर्घटना बनाकर माक ड्रिल किया गया है।