पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी महमूद खुद को हिंदू नाम से पेश करता था और लोगों को विश्वास दिलाने के लिए स्वयं को काली भक्त बताता था। बीमारियों, गरीबी या पारिवारिक समस्याओं से जूझ रहे परिवारों को वह अपना निशाना बनाता और कथित ‘चमत्कारी इलाज’ का झांसा देकर युवतियों के साथ छेड़छाड़ करता था।
उत्तराखंड से यूपी तक फैला नेटवर्क
बताया जा रहा है कि महमूद का नेटवर्क केवल उत्तराखंड तक ही सीमित नहीं था, बल्कि उत्तर प्रदेश के कई जिलों — पीलीभीत, बरेली और मुरादाबाद तक फैला हुआ था। वहां भी वह इसी तरह भोले-भाले लोगों को अपने झांसे में लेकर शोषण और ठगी करता था।
पुलिस की सख्त चेतावनी
एसएसपी ऊधमसिंह नगर मणिकांत मिश्रा ने स्पष्ट कहा है कि “ऐसे फर्जी बाबाओं और ढोंगियों पर पुलिस की कड़ी नजर है। जनता सतर्क रहे और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दे।”
⚠️ ऐसे ढोंगियों से बचने के लिए
- झाड़फूंक और चमत्कार के नाम पर किसी पर आंख मूंदकर भरोसा न करें।
- बीमारियों के इलाज के लिए केवल मान्यता प्राप्त डॉक्टर से ही संपर्क करें।
- किसी भी तरह की संदिग्ध हरकत तुरंत नजदीकी पुलिस को बताएं।
- बच्चों और युवतियों को ऐसे तथाकथित बाबाओं के पास न भेजें।
- अफवाहों और तंत्र-मंत्र की आड़ में होने वाले शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाएं।
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