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काठगोदाम-नैनीताल NH डबल लेन निर्माण: भूमि अधिग्रहण की बड़ी बाधा पार

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नैनीताल: काठगोदाम-नैनीताल राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-87) को डबल लेन करने की दिशा में एक बड़ी सफलता मिली है। मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन की सख्ती के बाद, इस लगभग 35 किलोमीटर लंबे मार्ग के चौड़ीकरण के लिए दस गांवों की 8.32 हेक्टेयर निजी भूमि के अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।

💰 जल्द शुरू होगी मुआवजा वितरण प्रक्रिया

  • सक्षम प्राधिकरण भूमि अधिग्रहण/एडीएम वित्त नैनीताल ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि एक सप्ताह के भीतर प्रभावित लोगों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू की जाए।

  • कितने परिवार प्रभावित: इसके तहत करीब 200 परिवारों के मकान, दुकानें और कृषि भूमि प्रभावित होंगी, जिन्हें मुआवजा दिया जाएगा।

  • मुआवजे का प्रावधान: भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013 के तहत, ग्रामीण क्षेत्र में बाजार दर का चार गुना और नगर क्षेत्र में बाजार दर का दोगुना मुआवजा दिया जाएगा।

  • अंतिम चरण: सक्षम प्राधिकरण, शैलेंद्र नेगी के अनुसार, एनएच, राजस्व, वन और उद्यान विभाग से एक हफ्ते में मुआवजा रिपोर्ट मांगी गई है। इसके मिलते ही अंतिम चरण में 3-जी अवार्ड घोषित हो जाएगा और मुआवजा वितरण शुरू कर दिया जाएगा।

⏳ परियोजना की पृष्ठभूमि और गति

  • स्वीकृति: यह परियोजना वर्ष 2014 में स्वीकृत हुई थी।

  • मंजूरी: वर्ष 2024 में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने ₹709.54 करोड़ की डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) को मंजूरी दी।

  • मुख्य सचिव की सख्ती: परियोजना पर धीमी कार्यप्रणाली के कारण मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने ईई को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि देने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद सरकारी मशीनरी हरकत में आई।

🌲 वन भूमि और पेड़ों का कटान

विवरण संख्या/स्थिति
अधिग्रहित निजी भूमि 8.32 हेक्टेयर (सर्वे, गजट नोटिफिकेशन और आपत्तियों का निस्तारण पूरा)
आवश्यक वन भूमि 48 हेक्टेयर
वन भूमि की स्थिति हस्तांतरण का प्रस्ताव केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के पोर्टल पर अपलोड।
पेड़ों का अनुमानित कटान 14 हजार से अधिक (वन मंत्रालय की मंजूरी के बाद अंतिम आंकलन होगा)

📈 चौड़ीकरण के लाभ

वर्तमान में यह सड़क सात से दस मीटर (एक से डेढ़ लेन) चौड़ी है। चौड़ीकरण के बाद इसकी चौड़ाई 18 से 24 मीटर (डबल लेन) हो जाएगी, जिससे पहाड़ी क्षेत्र में यातायात अधिक सुरक्षित और सुगम होगा।

🏘️ प्रभावित होने वाले दस गांव

  1. काठगोदाम

  2. रानीबाग (चौहानपाटा)

  3. चोपड़ा

  4. डोलमार

  5. ज्योली

  6. ज्योलीकोट

  7. बेलुवाखान

  8. बल्यूटी

  9. मोगादोगड़ा

  10. भर्गोमेंट

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