लालकुआं: तराई केन्द्रीय वन प्रभाग के छापा मार दल ने अवैध खैर की लकड़ी की अंतर्राज्यीय तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। वन विभाग की टीम ने विभिन्न रेंजों से चोरी की गई बेशकीमती खैर की लकड़ी को 350 किलोमीटर दूर हरियाणा की एक फैक्ट्री से जब्त करने में सफलता हासिल की है। हालांकि, तमाम तस्कर और फैक्ट्री मालिक मौके से फरार हो गए।
🚨 अंतर्राज्यीय छापे और बरामदगी
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बरामदगी स्थल: हरियाणा राज्य के करनाल जनपद के थाना बुटाना, ग्राम बैरसाल स्थित केदार हर्बल इंडस्ट्रीज का परिसर।
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बरामद सामग्री:
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670 गिल्टे अवैध खैर की लकड़ी (कुल वजन 250 क्विंटल)।
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एक 14 टायरा ट्रक।
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बाजार कीमत: जब्त की गई लकड़ी की बाजार में कीमत ₹10 लाख रुपये बताई जा रही है।
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आरोपी: लकड़ी तस्कर और फैक्ट्री मालिक मौके से फरार हो गए। वन विभाग ने तस्करों की पहचान के लिए छानबीन शुरू कर दी है।
🔍 डीएफओ का बयान
तराई केंद्रीय वन प्रभाग के डीएफओ यूसी तिवारी ने बताया:
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पिछले काफी समय से उनके डिवीजन के कई रेंजों से बेशकीमती खैर की लकड़ी की तस्करी की सूचना मिल रही थी।
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गुप्त सूचना मिली थी कि तस्करी कर ले जाई गई लकड़ी करनाल की ‘केदार हर्बल इंडस्ट्रीज’ में एकत्रित की गई है।
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त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्होंने वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम, वन क्षेत्राधिकारी पूरन जोशी, एसओजी प्रभारी कैलाश तिवारी सहित अन्य वनकर्मियों की टीम बनाकर 350 किलोमीटर दूर उक्त फैक्ट्री में दबिश दी।
वन विभाग ने लकड़ी जब्त कर ली है और तस्करों को पकड़ने के लिए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
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