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लोकसभा चुनाव: उत्तराखंड में प्रत्याशियों के चयन को लेकर 26 फरवरी को होगा मंथन, 28 फरवरी को जेपी नड्डा का दौरा

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उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारियां तेज कर दी हैं। इसके साथ ही भाजपा अब प्रत्याशियों के चयन को लेकर भी अपने स्तर से तैयारियां शुरू करने जा रही है। 26 फरवरी को प्रदेश पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होगी जिसमें चर्चा के बाद नामों को केंद्रीय नेतृत्व भेज दिया जाएगा।

इसके साथ ही 28 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा अपने एक दिवसीय प्रवास पर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने जानकारी दी कि 28 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा अपने एक दिवसीय प्रवास पर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं। इस दौरान वे सबसे पहले हल्द्वानी में कुमायूं कलस्टर की दोनों सीटों से जुड़े बूथ अध्यक्ष से ऊपर के कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे, जिसमें 20 हजार से अधिक संख्या शामिल होने की तैयारी है। इसके बाद अपराह्न 4 बजे हरिद्वार में लोकसभा चुनाव संचालन समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। बाद में देहरादून में टिहरी लोकसभा से संबंधित न्यूनतम 2 हजार संख्या वाले प्रबुद्ध सम्मेलन में शिरकत करेंगे।

26 फरवरी को प्रदेश पार्लियामेंट्री बोर्ड बैठक की बैठक

लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों को लेकर महेंद्र भट्ट ने बताया कि पार्टी द्वारा लोकसभा पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं, जो विभिन्न स्तरों पर चर्चा कर नामों का पैनल तैयार कर रहे हैं। 26 फरवरी को प्रदेश पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होगी जिसमें चर्चा के उपरांत नामों को केंद्रीय नेतृत्व भेज दिया जाएगा।

कांग्रेस के बड़े नेताओं द्वारा चुनाव लडने से इंकार करने पर चुटकी लेते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि सभी देख रहे हैं, मोदी जी और धामी के कामों बेहद संतुष्ट है। जिस तरह का फीड बैक जनता के बीच से आ रहा है उसके बाद हमारा पांचों लोकसभा सीटों को 5 लाख से अधिक वोटों से जीतना निश्चित है। लिहाजा दिग्गज कांग्रेस नेताओं का चुनाव में उतरने ने इंकार करना समझदारी भरा निर्णय है।

कांग्रेस की नारी न्याय यात्रा को लेकर पूछे गए सवालों पर जवाब देते हुए भट्ट ने कहा, कांग्रेस इतनी विचारहीन और मुद्दाविहीन हो गई है कि राजनैतिक कार्यक्रमों में भी नकल करती है। भाजपा संगठन लगातार विभिन्न अभियानों के माध्यम से मातृ शक्ति के बीच हमेशा सक्रिय रहते हैं और इसी क्रम में हम महिला स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं से संपर्क कर रही है।

वहीं केंद्र की मोदी और राज्य की धामी सरकार महिला कल्याण की विभिन्न योजनाओं एवं जनप्रतिनिधित्व और नौकरियों में आरक्षण देकर, उनका आशीर्वाद पाने में सफल हो रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं जनता के माध्यम रोड शो और अन्य कार्यक्रमों के माध्यम से लगातार मातृ शक्ति के मध्य पहुंच रहे हैं, लेकिन कांग्रेस को जो भूमिका जनता ने सौंपी थी उसके निर्वहन में वे पूरी तरह असफल हुए हैं यही वजह है कि वे औपचारिकता के लिए कार्यक्रमों की घोषणा करते हैं।

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