राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी प्रचंड जीत हासिल करती नजर आ रही है। वहीं कांग्रेस जो अपनी गारंटियों के दम पर जीत के सपने देख रही थी वो तीन हिंदी भाषी राज्यों में बुरी तरह हार रही है।
हालांकि तेलंगाना में कांग्रेस वहां की क्षेत्रीय पार्टी बीआरएस को हरा कर सरकार बना रही है लेकिन उत्तर भारत के तीन प्रमुख राज्यों में हार कांग्रस की हार लगभग तय है। कांग्रेस की तीन राज्यों में मिली बुरी हार पर पूर्व कांग्रेसी नेता गुलाम नबी आजाद ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बड़ा बयान दिया है।
विधानसभा चुनाव नतीजों पर डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के अध्यक्ष गुलाम नबी ने कांग्रेस की हार पर बड़ा बयान देते हुए कहा “पहले अल्पसंख्यकों के मामले चैंपियन हुआ करती थी लेकिन वर्तमान समय में अल्पसंख्यक एजेंडे में ही नहीं है, ये बदकिस्मती भी है जिसे मैंने इस चुनाव में महसूस किया है।”
चुनाव परिणाम पर बात करते हुए गुमाम नबी आजाद ने कहा पिछले 20-25 दिनों में एक बात जो मैंने नोटिस की है वो ये है कि जिस कांग्रेस को अल्पसंख्यकों का चैंपियन माना जाता था, उसने उनके बारे में कांग्रेस ने इन चुनावों में कोई बात ही नहीं की। अब अल्पसंख्यक कांग्रेस के एजेंडे में नहीं हैं, ये बदकिस्मती ही है।
गुलाम नबी ने कहा मेरे ख्याल से असली परिणाम और असल चुनावी ट्रैंड शाम तक ही पता चलेगा लेकिन पिछले 25 दिनों में मैंने जो महसूस किया उसमें खास बात ये थी कि भाजपा तो कभी अल्पसंख्यकों की बात नहीं करती थी लेकिन कांग्रेस के लिए भी अल्पसंख्यक गायब हो चुके हैं।
आजाद ने कहा 37 सालों तक कांग्रेस अल्पसंख्यकों के लिए चैंपियन थी और ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों के बारे में बात ही नहीं की। ये बदकिस्मती है कि बाकी पार्टियों की तरह कांग्रेस भी अल्पसंख्यकों को नकार चुकी है।
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