ठगों ने गुम मोबाइल नंबर से फर्जी यूपीआई आईडी बनाई और मिनटों में भारी रकम पार कर दी। पीड़ित के होश उस समय उड़ गए जब उसने नया सिम डाला और बैलेंस के उड़ते मैसेज आने लगे।
महुआखेड़ागंज के विजयनगर निवासी छत्रपाल सिंह ने बताया कि 23 जून को वह काशीपुर जाते समय रास्ते में अपना मोबाइल कहीं गिरा बैठे। अगली सुबह उन्होंने इसकी रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई और सिम दोबारा निकलवाया।
जैसे ही उन्होंने नया सिम चालू किया, फोन में ट्रांजैक्शन अलर्ट की झड़ी लग गई। तब जाकर पता चला कि किसी अज्ञात शातिर ने उनके नंबर से यूपीआई आईडी बनाकर दो अलग-अलग खातों से ₹5,33,498 रुपये उड़ा लिए हैं।
मोबाइल में बैंक पासबुक की फोटो और जरूरी दस्तावेज भी सेव थे, जिससे ठगों ने फर्जीवाड़े को अंजाम दिया।
पीड़ित की तहरीर पर आईटीआई पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ आईटी एक्ट 66डी और बीएनएस धारा 318(4) के तहत केस दर्ज कर एसआई प्रकाश सिंह बिष्ट को जांच सौंपी है। पुलिस साइबर टीम की मदद से डिजिटल ट्रेल खंगाल रही है।