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सीएए के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले राजनीतिक दलों को पुलिस का नोटिस, अगर तोड़फोड़ की तो एक्शन होगा

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केंद्र सरकार ने नागरिकता संसोधन अधिनियम की अधिसूचना जारी कर दी है. CAA के नियम लागू होने के बाद से ही विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं. ऐसे में असम में कई राजनीतिक दलों ने हड़ताल का ऐलान भी किया है.

उन राजनीतिक दलों को गुवाहाटी पुलिस ने लीगल नोटिस भेजा है और साफ कहा है कि अगर हड़ताल के दौरान किसी तरह की तोड़फोड़ या कोई नुकसान होता है तो उसकी भरपाई उन्हीं राजनीतिक दलों से की जाएगी.

दरअसल, अखिल असम छात्र संघ (आसू) और 30 स्वदेशी संगठनों ने सोमवार को गुवाहाटी, बारपेटा, लखीमपुर, नलबाड़ी, डिब्रूगढ़ और तेजपुर सहित राज्य के विभिन्न हिस्सों में सीएए कानून की प्रतियां जलाई. इसके अलावा असम में 16 दलों के संयुक्त विपक्ष (यूओएफए) ने चरणबद्ध आंदोलन के तहत मंगलवार को राज्यव्यापी हड़ताल की घोषणा की है.

हर जिले में सीएए की कॉपी जलाने का ऐलान

आसू के मुख्य सलाहकार समुज्जल भट्टाचार्य का कहना है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान हर जिले में सीएए कानून की प्रतियां जलाई जाएंगी. मंगलवार को नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन (एनईएसओ) की ओर से क्षेत्र के सभी राज्यों की राजधानियों में सीएए की प्रतियां जलाई जाएंगी.

दिल्ली के कई इलाकों में भी अलर्ट

सीएए के लागू होने के बाद शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए दिल्ली पुलिस भी अलर्ट मोड में है. त्रिलोकपुरी, सीलमपुर, मौजपुर-बाबरपुर, वेलकम, जाफराबाद जैसे संवेदनशील इलाकों में पुलिस ने गश्त बढ़ा दी है. नॉर्थ-ईस्ट और साउथ-ईस्ट दिल्ली के कई इलाकों में दिल्ली पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्सेज फ्लैग मार्च कर रही हैं.

यूपी पुलिस की भी खास तैयारी

देश में हो रहे विरोध को देखते हुए यूपी में भी अलर्ट जारी किया गया है. प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी जिलों को अलर्ट रहने का आदेश दिया है. आदेश के तहत सभी संवेदनशील जिलों में अतिरिक्त पुलिस फोर्स की तैनाती के साथ विशेष सतर्कता रखने को कहा गया है. सोशल मीडिया पर भी डीजीपी मुख्यालय से नजर रखी जा रही है. तीन दिन पहले भी डीजीपी प्रशांत कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भी सभी जिलों में तैनात अफसर को सीएए लागू होने की संभावना को लेकर सतर्क रहने के आदेश दिए थे.

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