ऋषिकेश/मुनिकीरेती: मुनिकीरेती-ढालवाला में शनिवार रात शराब के ठेके के पास विवाद के चलते 30 वर्षीय युवक अजेंद्र कंडारी की उसके ही दोस्त ने चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी। गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने आरोपियों को फांसी देने, मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने और खारास्रोत स्थित शराब की दुकान को बंद करने की मांग को लेकर रविवार को बदरीनाथ हाईवे पर शव रखकर छह घंटे तक जाम लगाया।
🔪 हत्या का विवरण
- मृतक: अजेंद्र कंडारी (30 वर्षीय), निवासी मटियाली गांव (दोगीपट्टी), जो सपरिवार शीशमझाड़ी, मुनिकीरेती में रहते थे।
- आरोपी: मुख्य आरोपी अक्षय ठाकुर पुत्र नरेश ठाकुर (पड़ोसी/दोस्त), एक अन्य सोनू और कुछ अज्ञात।
- घटना का समय: शनिवार रात करीब 10:30 बजे।
- पिता की तहरीर: मृतक के पिता रायचंद कंडारी ने बताया कि अक्षय ठाकुर उनके बेटे अजेंद्र को शाम करीब 6:30 बजे घर से बुलाकर ले गया था। रात 10:38 बजे उन्हें मारपीट की सूचना मिली।
- वारदात: परिजनों के अनुसार, आरोपियों ने अजेंद्र पर कुल 32 बार चाकू से वार किए।
- परिणाम: रायचंद बेटे को ऋषिकेश के निजी अस्पताल से एम्स ले गए, जहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अजेंद्र के अस्पताल पहुँचते ही मुख्य आरोपी अक्षय अपने साथियों के साथ फरार हो गया था।
🚨 पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
- FIR: मुनिकीरेती थानाध्यक्ष प्रदीप चौहान ने रायचंद की तहरीर पर मुख्य आरोपी अक्षय ठाकुर, सोनू और अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया।
- गिरफ्तारी: पुलिस ने मुख्य आरोपी अक्षय ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
- पोस्टमार्टम: शव का पोस्टमार्टम एम्स में ही कराया गया।
🚧 विरोध-प्रदर्शन और हाईवे जाम
- मांगें: अजेंद्र की हत्या के विरोध में मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी, दोषियों को सख्त सज़ा (फाँसी) और खारास्रोत स्थित शराब की दुकान को तत्काल बंद करने की मांग को लेकर स्थानीय लोग भड़क उठे।
- आक्रोश: अजेंद्र के मूल निवास दोगीपट्टी से भी बड़ी संख्या में लोग मुनिकीरेती पहुँचे। उन्होंने पहले शराब की दुकान पर हंगामा किया।
- जाम: आक्रोशित लोगों ने दोपहर 12 बजे पीडब्ल्यूडी तिराहे पर बदरीनाथ हाईवे को जाम कर दिया। दिन में 3:30 बजे जब अजेंद्र का शव पोस्टमार्टम के बाद वहाँ पहुँचा, तो लोगों ने शव को हाईवे पर रखकर प्रदर्शन किया और तपोवन तिराहे तक मार्च किया, जिससे लगभग छह घंटे तक हाईवे बाधित रहा।
- नेताओं का समर्थन: पूर्व विधायक ओमगोपाल रावत और पूर्व मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने भी घटना पर आक्रोश जताया और परिजनों को समर्थन दिया।
- आबकारी निरीक्षक का घेराव: आक्रोशित लोगों ने खारास्रोत स्थित शराब की दुकान न खुलने दी और मौके पर पहुँचे आबकारी निरीक्षक समर बिष्ट का घेराव कर तीर्थक्षेत्र में शराब की दुकान होने पर गुस्सा ज़ाहिर किया।
- जाम समाप्त: शाम करीब 6 बजे, नरेंद्रनगर एसडीएम आशीष घिल्ड़ियाल के लिखित आश्वासन (जिसमें दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया गया) के बाद परिजनों और लोगों ने जाम समाप्त किया।
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