देहरादून: आईआईटी रुड़की में मिनिस्ट्री कोटे से दाखिला कराने का झांसा देकर एक निजी स्कूल के तत्कालीन शिक्षक, उसकी पत्नी और एक साथी ने मर्चेंट नेवी के अफसर के परिवार से ₹17.80 लाख की ठगी कर ली। आरोप है कि जब पीड़ित परिवार ने रकम वापस मांगी, तो शिक्षक की पत्नी ने अफसर को ‘हनी ट्रैप’ में फँसाने की कोशिश की और ब्लैकमेल करते हुए ₹1 करोड़ की माँग की।
राजपुर थाना पुलिस ने मर्चेंट नेवी अफसर की पत्नी की शिकायत पर तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर जाँच शुरू कर दी है।
💸 ठगी का पूरा मामला
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शिकायतकर्ता: नेहा भल्ला, निवासी शिप्रा विहार कॉलोनी, किशनपुर (मर्चेंट नेवी अफसर अरुण कुमार भल्ला की पत्नी)।
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आरोपी:
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रविंद्र सैनी (निजी स्कूल का तत्कालीन शिक्षक)
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सिद्धि कपूर (रविंद्र सैनी की पत्नी)
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राजेश कुमार (स्वयं को राजनीतिक व्यक्ति बताने वाला)
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झांसा: नेहा भल्ला की बेटी दून इंटरनेशनल स्कूल, पौंधा में कक्षा 12 की छात्रा थी। ट्यूशन देने वाले शिक्षक रविंद्र सैनी ने उन्हें विश्वास दिलाया कि राजेश कुमार से उसका संबंध है, और वह मिनिस्ट्री कोटे से उनकी बेटी का दाखिला आईआईटी रुड़की में करा सकता है।
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ठगी: दाखिले का खर्च ₹22 लाख बताया गया और एडवांस के तौर पर ₹15 लाख सहित कुल ₹17 लाख 80 हजार ठग लिए गए। इसके बाद सभी आरोपी गायब हो गए।
⚠️ ब्लैकमेलिंग और हनी ट्रैप का प्रयास
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माँग: जब नेहा के पति अरुण कुमार भल्ला ने पैसे वापस करने या कानूनी कार्रवाई की बात कही, तो शिक्षक रविंद्र सैनी की पत्नी सिद्धि कपूर ने कथित तौर पर ब्लैकमेलिंग की साजिश रची और उनसे ₹1 करोड़ की माँग की।
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अन्य कार्रवाई: आरोप है कि सिद्धि कपूर ने अरुण भल्ला के खिलाफ दिल्ली के रनहोला थाने में भी केस दर्ज कराने का प्रयास किया।
इंस्पेक्टर राजपुर प्रदीप सिंह रावत ने बताया कि नेहा भल्ला की तहरीर पर तीनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और मामले की जाँच शुरू कर दी गई है।
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