हल्द्वानी: पंजाब के मानसा से स्कूली बच्चों और शिक्षकों के दल को लेकर नैनीताल घूमने आए एक बस चालक ने शराब पीने के बाद बस को तेज रफ्तार में दौड़ा दिया। परिवहन विभाग ने बस रोकने का प्रयास किया तो चालक ने गति और बढ़ा दी। एआरटीओ (प्रवर्तन) जितेंद्र सिंघवान ने लगभग दस किलोमीटर तक पीछा करने के बाद सरकारी गाड़ी को आगे खड़ी करके बस को रोका।
🚨 घटना और कार्रवाई
- चेकिंग स्थल: रविवार रात कालाढूंगी क्षेत्र।
- चालक की हरकत: चेकिंग के दौरान हाथ देने के बावजूद चालक ने बस नहीं रोकी और रफ्तार बढ़ा दी।
- पकड़े जाने का स्थान: नयागांव से आगे।
- चालक की पहचान: कुलदीप (शराब के नशे में धुत)। एल्कोमीटर से जांच में इसकी पुष्टि हुई।
- बस में सवार: कक्षा 8 से 12 के विद्यार्थी और शिक्षकों को मिलाकर कुल 45 लोग सवार थे।
- भ्रमण दल: पंजाब के मानसा के एक निजी स्कूल का दल। ये लोग बैलपड़ाव के एक होटल में रात्रि विश्राम के लिए जा रहे थे।
🚫 बस सीज और FIR दर्ज
- दस्तावेज: बस का रजिस्ट्रेशन अंबाला का था और परमिट की वैधता समाप्त हो चुकी थी। 31 अक्टूबर के बाद अगला टैक्स भी जमा नहीं हुआ था।
- विभाग की कार्रवाई:
- दूसरे चालक की व्यवस्था कर बच्चों और शिक्षकों को सुरक्षित होटल पहुँचाया गया।
- चालक कुलदीप को पकड़कर कालाढूंगी थाने लाया गया।
- बस सीज कर दी गई।
- चालक कुलदीप के विरुद्ध नशे में ड्राइविंग करने और अन्य उल्लंघनों के लिए प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है।
- एआरटीओ का बयान: एआरटीओ ने कहा कि गनीमत रही कि उनकी नजर पड़ गई, अन्यथा चालक के नशे में होने के कारण बड़ा हादसा हो सकता था। मामला अब कोर्ट में चलेगा।
