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UP विधानसभा उपचुनाव के नतीजों में ‘बाबा’ का भगवा लहराएगा या फिर अखिलेश की चलेगी साइकिल! जानें क्या कहते हैं Exit Poll के नतीजे

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20 नवंबर को यूपी की 9 विधानसभा सीटों के लिए मतदान हुआ. इसके साथ ही महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले गए. मतदान के बाद एग्जिट पोल के नतीजे भी गए हैं.

उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर बुधवार को हुए उपचुनाव ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है. मतदान समाप्त होते ही एग्जिट पोल के अनुमान सामने आए, जो भाजपा और समाजवादी पार्टी के बीच कड़े मुकाबले की ओर इशारा कर रहे हैं.

मैट्रिक एग्जिट पोल के मुताबिक, भाजपा को इन चुनावों में सात सीटों पर बढ़त मिल सकती है, जबकि समाजवादी पार्टी को दो सीटें मिलने का अनुमान है. टाइम्स नाउ-जेवीसी एग्जिट पोल भी भाजपा के पक्ष में हैं, जहां उन्हें छह सीटें और सपा को तीन सीटें मिलने की संभावना जताई गई है.हालांकि, ZEE न्यूज एग्जिट पोल ने थोड़ा अलग रुख दिखाते हुए भाजपा को पांच और सपा को चार सीटों पर बढ़त दी है. यह साफ है कि मुकाबला मुख्य रूप से भाजपा और सपा के बीच ही रहा.

कांग्रेस का सपा को समर्थन

इस बार के उपचुनाव में कांग्रेस ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारा और सभी सीटों पर सपा को समर्थन देने का ऐलान किया. सपा के चुनाव चिह्न पर उम्मीदवारों ने मैदान में उतरकर कांग्रेस के समर्थन का फायदा उठाने की कोशिश की.

BJP के लिए अग्निपरीक्षा है ये उपचुनाव

इन उपचुनावों को भाजपा और समाजवादी पार्टी दोनों के लिए बड़ी चुनौती माना जा रहा है. लोकसभा चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन में गिरावट देखी गई थी, जिससे सपा को थोड़ी उम्मीद जगी. उपचुनाव के लिए दोनों दलों ने पूरी ताकत झोंक दी, क्योंकि इसका असर 2024 के लोकसभा चुनावों पर भी पड़ सकता है.

कितने फीसदी हुआ मतदान

इन नौ सीटों पर मतदान प्रतिशत औसतन 49.3% रहा, जो 2022 के विधानसभा चुनावों के मुकाबले कम है. गाजियाबाद में सबसे कम 33% मतदान हुआ, जबकि कुंदरकी में 57.7% वोटिंग ने सबसे ज्यादा उत्साह दिखाया.

कटेहरी: 56.9%
करहल: 54.1%
मीरापुर: 57.1%
खैर: 46.3%
फूलपुर: 43.43%

23 नवंबर को आएंगे नतीजे

मतदान के बाद अब सभी की निगाहें 23 नवंबर को आने वाले नतीजों पर हैं. एग्जिट पोल भाजपा की बढ़त का संकेत दे रहे हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी ने भी मजबूती से चुनौती दी है. देखना होगा कि क्या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भगवा परचम लहराएगा, या अखिलेश यादव की साइकिल दौड़ते हुए इन चुनावों में भाजपा को पछाड़ेगी.

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