देहरादून: उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) के कथित पेपर लीक मामले को लेकर प्रदेश में युवाओं का विरोध प्रदर्शन जारी है। युवा देहरादून के परेड ग्राउंड में डेरा डाले हुए हैं। इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले पर एक बड़ा और सख्त बयान दिया है।
‘नकल जिहाद’ का आरोप
मुख्यमंत्री धामी ने युवाओं के विरोध के पीछे ‘नकल जिहाद’ का हाथ होने का आरोप लगाया। एक भाजपा कार्यशाला में बोलते हुए उन्होंने कहा, “प्रदेश में युवाओं को भड़काने के लिए नकल जिहाद शुरू किया जा रहा है।” उन्होंने नकल माफियाओं को सख्त चेतावनी देते हुए कहा, “जब तक नकल माफिया को मिट्टी में नहीं मिला दिया जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे।”
सीएम धामी ने अपनी सरकार द्वारा लागू किए गए सख्त नकल विरोधी कानून का बचाव किया और कहा कि इसी के चलते 25,000 पदों पर पारदर्शी भर्तियाँ हुई हैं, जो कुछ लोगों को रास नहीं आ रही हैं। उन्होंने भ्रष्टाचार के खिलाफ भी कड़े प्रहार की बात कही।
मदरसा बोर्ड और ‘जिहादी’ पर भी बयान
सीएम धामी ने अपने बयान में आगे कहा कि “देवभूमि में कोई भी जिहादी रंग बिरंगी चादर डालकर हमारी जमीन को नहीं हड़प सकता।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने मदरसा बोर्ड को भी समाप्त करने का निर्णय लिया है, जिसका असर अगले साल दिखेगा।
मुख्यमंत्री ने ये बयान उत्तराखंड बीजेपी की राज्य स्तरीय संगठनात्मक कार्यशाला के दौरान दिए। इस कार्यशाला का मुख्य एजेंडा 2027 के विधानसभा चुनाव में ‘मिशन हैट्रिक’ और बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करना है। इस मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय महामंत्री बी.एल. संतोष समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
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