हरियाणा के नूंह में भड़की हिंसा के विरोध में उत्तराखंड में भी प्रदर्शन हो रहे हैं. इसी कड़ी में हिंदूवादी संगठनों ने हल्द्वानी में प्रदर्शन कर जमकर नारेबाजी की. साथ ही पुतला दहन करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. उनका ये भी कहना है कि अगर उत्तराखंड में इस तरह की घटना को अंजाम देने की कोशिश की गई तो उन्हें नहीं बख्शा जाएगा.
विश्व हिंदू परिषद के साप्ताहिक मिलन प्रमुख विकास वर्मा का कहना है कि विशेष समुदाय की ओर से टारगेट कर उनकी धार्मिक यात्राओं पर हमले किए जा रहे हैं. हरियाणा में हुई इस घटना के बावजूद केंद्र की सरकार मौन बैठी हुई है. उन्होंने कहा कि जब लोग शांतिपूर्ण यात्रा निकाल रहे थे तो कुछ समुदाय विशेष के लोगों ने उन पर हमला बोल दिया. जब तक आरोपियों को पकड़ा नहीं जाता है, तब तक वो चुप नहीं बैठेंगे. उन्होंने चेतावनी देते कहा कि यदि जल्द ही आरोपियों को नहीं पकड़ा जाता है तो उन्हें अपना आंदोलन उग्र करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा.
हिंदू संगठनों का कहना है कि इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद खट्टर सरकार मौन साधे हुए हैं. हिंदू के ऊपर लगातार आघात किए जा रहे. उन्होंने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय है. प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी के व्यवहार पर भी अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदू समाज की पीड़ा को जिलाधिकारी गंभीरता से नहीं ले रही है. अपनी मांग को लेकर जिलाधिकारी कार्यालय में पहुंचे हिंदू संगठनों के प्रति जिलाधिकारी का व्यवहार खेद जनक था.
हल्द्वानी में रैली निकालकर प्रदर्शनः हरियाणा के नूंह में बीती 31 जुलाई को विश्व हिंदू परिषद के एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान भड़की हिंसा से माहौल तनावपूर्ण है, जिसका असर उत्तराखंड में भी देखने को मिला. आज विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने रैली निकाली और पुतला दहन किया. उनका कहना है कि हिंदू परिषद के धार्मिक कार्यक्रम के दौरान गोलीबारी और पथराव हुआ है, वो एक सुनियोजित तरीके से किया गया है. जो बेहद निंदनीय है.
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