हिमालय प्रहरी

जब नहीं मिला कोई रोजगार तो युवक ने पुराने स्कूटर पर खोली चलती फिरती पिज़्ज़ा की दुकान,अब स्कूटर वाला पिज्जा के नाम से हुआ मशहूर

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राजू अनेजा, हल्द्वानी। हल्द्वानी के मुकुल सक्सेना ने रोजगार के लिए दर-दर भटकने के बाद स्वरोजगार अपना लिया. उनके अनोखे आइडिया ने उनके स्वरोजगार को एक अलग पहचान दी है. आर्थिक संकट से जूझ रहे मुकुल ने पुराना स्कूटर खरीदकर उसी पर चलती फिरती दुकान खोल ली. अब यह स्कूटर स्टॉल पूरे शहर में चर्चा का विषय है. लोग उनके स्टॉल को स्कूटर वाला पिज्जा के नाम से जानते हैं. उनके स्टॉल पर पिज्जा, मोमो, पास्ता समेत काफी फास्टफूड मिलता है।

उत्तराखंड के युवा नौकरी की चाहत तो रखते ही हैं लेकिन कई बार युवा अपने दिल की सुनते हुए अपने आइडिया पर भी काम करते हैं और छोटे-बड़े व्यापार का रिस्क लेते हैं. इसी को देखते हुए हल्द्वानी के मुकुल सक्सेना ने अपने स्कूटर पर ही चलती फिरती पिज्जा की दुकान तैयार कर ली. स्कूटर वाली दुकान में पिज्जा के साथ-साथ बर्गर, पास्ता, मोमो और कई तरह के फास्टफूड उपलब्ध हैं. यह स्कूटर वाली पिज्जा की दुकान शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है.

ऐसे आया आइडिया
मुकुल सक्सेना ने बताया कि आर्थिक स्थिति कमजोर होने के चलते दुकान खोलने के लिए इतने पैसे नहीं थे, जिससे वह फास्टफूड की अच्छी दुकान खोल सकें, इसलिए उन्होंने सोचा क्यों न चलती फिरती पिज्जा की दुकान तैयार की जाए. इसके लिए उन्होंने एक पुराना स्कूटर खरीदा और उसे मॉडिफाई कर उस पर फास्टफूड का कारोबार शुरू कर दिया. मकुल के स्टॉल पर पिज्जा की डिमांड सबसे ज्यादा रहती है. शहर के लोग उनको स्कूटर पिज्जा वाले के नाम से जानते हैं।

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