उत्तराखंड कांग्रेस में दीपावली से पहले बड़ा संगठनात्मक फेरबदल होने की तैयारी है। प्रदेश के 20 संगठनात्मक जिलों में नए अध्यक्षों की नियुक्ति लगभग तय मानी जा रही है। इन नामों पर अंतिम मुहर लगाने के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने 15 अक्टूबर को दिल्ली में प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं की एक अहम बैठक बुलाई है।
नए जिलाध्यक्षों पर जल्द होगा फैसला
- AICC की बैठक: प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने बताया कि AICC ने 15 अक्टूबर को प्रदेश के CWC और CEC सदस्यों की बैठक बुलाई है।
- लक्ष्य: इस बैठक के बाद दीपावली से पहले प्रदेशभर के 20 संगठनात्मक जिलों में अध्यक्षों के नाम फाइनल कर लिए जाएँगे।
- बदलाव का आधार: सूत्रों के अनुसार, AICC द्वारा भेजे गए केंद्रीय ऑब्जर्वरों की रिपोर्ट के आधार पर आधे से अधिक जिलाध्यक्षों की कुर्सी पर संकट मंडरा रहा है। ऑब्जर्वरों ने सितंबर में सभी जिलों का दौरा कर 15 जिलाध्यक्षों और 7 महानगर अध्यक्षों के दावेदारों पर रिपोर्ट सौंपी थी।
प्रदेश अध्यक्ष बदलने की सुगबुगाहट तेज
संगठनात्मक फेरबदल में सबसे बड़ी चर्चा प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के पद को लेकर है।
- संतुलन की जरूरत: वर्तमान में माहरा (प्रदेश अध्यक्ष), नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी तीनों कुमाऊं क्षेत्र से हैं।
- विकल्प: पार्टी संगठनात्मक संतुलन साधने के लिए अब गढ़वाल क्षेत्र से नया अध्यक्ष बनाने या गढ़वाल के किसी वरिष्ठ विधायक को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी देने पर विचार कर रही है।
- दौड़ में शामिल: सूत्रों के अनुसार, पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल और प्रीतम सिंह इस पद की दौड़ में आगे हैं।
15 अक्टूबर की बैठक में आमंत्रित नेता
दिल्ली में होने वाली इस अहम बैठक में ये प्रमुख नेता शामिल होंगे:
- कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) सदस्य: हरीश रावत, गणेश गोदियाल, काजी निजामुद्दीन।
- केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) सदस्य: करन माहरा।
- अन्य वरिष्ठ नेता: नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और पूर्व अध्यक्ष प्रीतम सिंह।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें