हरीश पनेरु ने कहा कि उत्तराखंड को देवभूमि के रूप में पूरे देश और दुनिया में सम्मानित किया गया है, और यहां के लोगों को भी विशेष सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। पनेरु ने कहा, “उत्तराखंड और इसके पहाड़ी समाज के लिए इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियां न केवल अस्वीकार्य हैं, बल्कि यह हमारे समाज का अपमान भी है।”
पनेरु ने यह भी स्पष्ट किया कि पहाड़ी समाज इस अपमान को बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा की गई अभद्र टिप्पणी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया जाए ताकि न्याय मिल सके। पनेरु के अनुसार, पहाड़ी समाज को उनके अस्मिता और सम्मान के खिलाफ किसी भी बयान का खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान के बाद से पहाड़ी समाज में आक्रोश बढ़ गया है। समाज के विभिन्न संगठनों ने भी उनके खिलाफ आवाज उठाने की योजना बनाई है। मामले की गहराई को देखते हुए अब यह तय किया जाएगा कि क्या मंत्री के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी या नहीं।
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