भवाली: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के हीरक जयंती समापन समारोह में शिरकत की। इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखंड को देवभूमि के साथ ही वीरभूमि बताया, जहाँ की माटी में जन्मे अनेक वीरों ने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर किया है।
🇮🇳 सैनिक पुत्र होने पर गौरव
-
सीएम धामी ने स्वयं को सैनिक पुत्र के रूप में सौभाग्यशाली बताया।
-
उन्होंने कहा कि वह सैनिक परिवारों में बच्चों को मिलने वाले राष्ट्रसेवा और अनुशासन के संस्कारों से परिचित हैं और उन्होंने ऐसे बच्चों की चुनौतियों तथा परेशानियों को नजदीक से देखा है।
🏫 विद्यालय की उपलब्धियों की सराहना
-
मुख्यमंत्री ने विद्यालय के प्रधानाचार्य ग्रुप कैप्टन विजय सिंह डंगवाल का आभार व्यक्त किया।
-
उन्होंने कहा कि सैनिक स्कूल घोड़ाखाल ने सदैव देश के लिए श्रेष्ठ अधिकारी तैयार किए हैं।
-
उन्होंने विद्यालय को राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (NDA) में सर्वाधिक कैडेट भेजने और लगातार 10 बार रक्षा मंत्री ट्राफी जीतने पर बधाई दी।
-
सीएम ने कैडेटों को ‘विकल्प-रहित संकल्प’ अपनाने और लक्ष्य के प्रति पूरी निष्ठा से आगे बढ़ने का संदेश दिया।
🏆 विजेताओं को पुरस्कार
सीएम धामी ने इस अवसर पर विभिन्न हाउसों को ट्राफी प्रदान की:
-
जूनियर सर्वश्रेष्ठ अकादमिक हाउस: लव हाउस
-
सीनियर सर्वश्रेष्ठ अकादमिक हाउस: कुमाऊँ हाउस
-
सर्वश्रेष्ठ एनडीए हाउस: शिवालिक हाउस
-
काक रनर-अप: शिवालिक हाउस
-
काक विजेता: कुमाऊँ हाउस
समारोह में नैनीताल विधायक सरिता आर्य, कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत, आईजी रिद्धिम अग्रवाल, एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी, और दोनों विश्वविद्यालयों के कुलपति सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
अपने मोबाइल पर ताज़ा अपडेट पाने के लिए -
👉 हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें
