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संविदा कर्मियों ने लगाया जल संस्थान के ठेकेदार पर श्रम कानूनों का उलंघन करने का आरोप, दी आंदोलन की चेतावनी

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लालकुआं: उत्तराखंड जल संस्थान के संविदा श्रमिकों ने ठेकेदार पर श्रम कानूनों के तहत महंगाई भत्ता, न्यूनतम वेतन व इपीएफ नही देने का आरोप लगाते हुए अधिशासी अभियंता को ज्ञापन प्रेषित किया है। इस दौरान उन्होने जल्द समस्या का समाधान नही होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

सोमवार को उत्तराखंड जल संस्थान संविदा श्रमिक संघ के प्रदेश अध्यक्ष घनश्याम बर्गली के नेतृत्व में जल संस्थान के दर्जनों संविदा कर्मी गोरापड़ाव स्थित कार्यालय पहुंचे। जिन्होने जन संथान के अधिशासी अभियंता को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि विभाग द्वारा श्रम विभाग द्वारा माह अप्रैल 2022 से निर्धारित महंगाई भत्ते का भुगतान अभी तक नही किया गया है, साथ ही ठेकेदार द्वारा एक वर्ष से ईपीएफ भी जमा नही किया गया है।

इसके अलावा तीन माह बीत जाने के बाद भी ठेकेदारों के द्वारा वेतन का भुकतान नही किया गया है। जिससे मात्र आठ हजार रुपए प्रति माह में जलापूर्ति का काम करने वाले संविदा कर्मी आर्थिक व मानसिक रूप से परेशान है। उन्होने जल्द ही न्यूनतम वेतन देने समेत अन्य मांगों पर कार्यवाही नही होने पर तीन मार्च से जल संस्थान के अधिशासी अभियन्ता कार्यालय में अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे। श्रमिकों द्वारा ज्ञापन की प्रति श्रमायुक्त, जिलाधिकारी समेत तमाम अधिकारियों व जनप्रतिनिधयों को भी प्रेषित की है।

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