जानकारी के अनुसार, दलेलनगर उमरताली के बीच किलोमीटर संख्या 1129/14 पर ट्रेनों को डिरेल करने की दो कोशिशें की गईं. पहली कोशिश सोमवार शाम लगभग 5:45 बजे लखनऊ की ओर जा रही 20504 नई दिल्ली डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस को डिरेल करने की गई. अराजकतत्वों ने डाउन ट्रैक पर लकड़ी का गुटखा और रेलवे ट्रैक को अर्थिंग देने वाले लोहे के तार को ट्रैक पर रखकर ट्रेन डिरेल करने की साजिश रची थी.
लोको पायलट की सूझबूझ से टला हादसा
राजधानी एक्सप्रेस के लोको पायलट ने दूर से इसको देख लिया और ट्रेन को इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोका लिया. इसके बाद ट्रैक पर रखे अर्थिंग वायर और लकड़ी के गुटखे को हटाकर रेल अधिकारियों को मामले की सूचना दी. इस दौरान लगभग 5 से 10 मिनट तक राजधानी एक्सप्रेस रास्ते में खड़ी रही.
राजधानी एक्सप्रेसवे को भी पलटाने की थी साजिश
वहीं, जब राजधानी एक्सप्रेस के किलोमीटर संख्या 1129/14 से सकुशल गुजरने के बाद अराजकतत्वों ने पीछे आ रही 15044 काठगोदाम लखनऊ एक्सप्रेस को डिरेल करने की साजिश रची, लेकिन काठगोदाम लखनऊ एक्सप्रेस के लोको पायलट की सूझबूझ से यह हादसा भी टल गया. लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और रेलवे ट्रैक पर दोबारा रखे गए लकड़ी के गुटके लोहे के अर्थिंग वायर को हटाकर ट्रेन को लखनऊ की ओर ले जाया गया.
जांच में जुटे रेलवे के अफसर
लोको पायलट द्वारा मामले की जानकारी दलेलनगर स्टेशन मास्टर को दी गई. इसके बाद मौके पर पहुंचे रेल अधिकारियों ने ट्रैक की जांच कर शाम करीब 7:30 बजे ट्रैक को क्लियर किया गया. वहीं जीआरपी हरदोई के प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश सिंह, बालामऊ आरपीएफ के प्रभारी समेत स्थानीय रेल अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में जुट गए हैं.
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