हिमालय प्रहरी

यहाँ बिजली के तारों की चपेट में आने से हाथी की दर्दनाक मौत, वन विभाग की टीम जांच में जुटी

खबर शेयर करें -

राजू अनेजा,जसपुर। यूपी, उत्तराखंड की सीमा पर गांव मलकंठपुर गढ़ी में बिजली के तारों की चपेट में आने से हाथी की मौत हो गई। वन विभाग के अधिकारियों ने शव का पोस्टमार्टम कर उसे दफना दिया। वहीं अफसरों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। दक्षिणी जसपुर वन रेंज पतरामपुर एवं यूपी का अमानगढ़ टाइगर रिजर्व की सीमायें आपस में सटी हुई हैं। यहां अक्सर हाथी आते-जाते रहते हैं। शुक्रवार रात करीब 10:30 बजे दक्षिणी जसपुर वन रेंज की कृपाचार्यपुर बीट से एक 35 वर्षीय नर हाथी कृपाचार्यपुर वन चौकी के पास बसे गांव मकोनिया निवासी गुरनाम पुत्र बलकार के खेत में घुस गया। वहां पर हाथी ने गन्ना खाया। इसके बाद हाथी मकोनिया गांव से सटे मलकंठपुर गांव निवासी परमजीत कौर पत्नी बलवेंदर सिंह के गेहूं के खेत में पहुंच गया। परमजीत कौर के खेत में बिजली के पोल खड़े थे। हाथी ने इनमें से एक पोल को गिरा दिया। इससे तार खेत की मेंड़ पर गिर गए। खेत से निकलते समय हाथी के पैर बिजली के तारों में उलझ गए। करंट लगने से उसकी मौके पर मौत हो गई। शनिवार को ग्रामीणों की सूचना पर वन संरक्षक मुरादाबाद रमेश चंद्रा, डीएफओ बिजनौर ज्ञान सिंह, एसडीओ अंशुमन मित्तल, वन क्षेत्राधिकारी अमानगढ़ अंकिता किशोर, पतरामपुर वन क्षेत्राधिकारी धर्मानंद सुनाल मौके पर पहुंचे। जांच और औपचारिकता पूरी करने के बाद हाथी के शव को कृपाचार्यपुर बीट के वन क्षेत्र में दफना दिया। पतरामपुर वन क्षेत्राधिकारी धर्मानंद सुनाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया नर हाथी की मौत करंट लगने से हुई है। उसके शव को कृपाचार्यपुर बीट में दफनाया है। मौत के सही कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद लगेगा।

Exit mobile version