हल्दूचौड़: छठ पूजा में पत्नी से दूरी बर्दास्त नही कर पाने के चलते दो युवकों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बरेली रोड़ के पदमपुर देवलिया निवासी व बेरीपड़ाव गौला गेट में हुई घटनाओं से जहां उनके परिजनों में कोहराम मचा है वहीं क्षेत्र में शोक की लहर है। दोनो मृतक बिहार के बेतिया जनपद के मूल निवासी है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि दोनो मृतकों की पत्नी और बच्चे कुछ दिन पहले मायके गए थे। फांसी लगाने से पूर्व दोनो ने अपनी पत्नी से बात भी की।
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बिहार के मोलतोला बेतिया निवासी 25 वर्षीय पेंटर का काम करने वाला बिट्टू कुमार पुत्र लल्लन अपने परिवार व अन्य रिश्तेदारों के साथ पदमपुर देवलिया में किराए में रहता था। कुछ दिन पहले उसकी पत्नी अपने दो बच्चों के साथ बिहार गई थी। बुधवार की साम को उसने अपनी पत्नी से फोन में बात की। पत्नी द्वारा उसे छठ पूजा पर गांव नही आने को लेकर नाराजगी जताई। जिसके बाद उसने जयपुर बीसा से सटे जंगल में एक पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुचे हल्दूचौड़ प्रभारी तारा सिंह राणा ने शव का पंचनामा पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
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इधर बेरीपड़ाव गौला गेट में निवास करने वाले खनन मजदूर भरत चौधरी पुत्र बन्नू चौधरी मूल निवासी बेतिया बिहार की गर्भवती पत्नी तीन बच्चों के साथ दीपावली में नरपतपुर रुद्रपुर स्थित अपने मायके गई थी। बुधवार की साम को भरत ने पत्नी से फोन कर छठ पूजा में घर आने को कहा। इसी दौरान उसका पत्नी से फोन में ही विवाद हो गया। जिसके बाद भरत ने दो हजार रुपए के पटाके फोड़े और अपने टिनसैड की एंगिल में फांसी लगा ली। कोतवाल संजय कुमार ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।