हिमालय प्रहरी

काशीपुर में शुरू हुआ ‘ऑपरेशन डॉग कंट्रोल’, महापौर दीपक बाली ने किया निरीक्षण

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एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर में अब तक 700 कुत्तों का हुआ बंध्याकरण

राजू अनेजा,काशीपुर। नगर निगम क्षेत्र में आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या से जल्द राहत मिलने वाली है। महापौर दीपक बाली ने मंगलवार को पशु चिकित्सालय परिसर स्थित एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) केंद्र का निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

अगस्त माह से संचालित इस केंद्र में अब तक शहर के विभिन्न इलाकों से पकड़कर लाए गए करीब 700 कुत्तों का बंध्याकरण किया जा चुका है। साथ ही, सभी को रेबीज का टीका लगाकर उन्हीं स्थानों पर छोड़ा गया है, जहां से उन्हें पकड़ा गया था।

महापौर ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र में लगभग 8 से 10 हजार आवारा कुत्ते सड़कों पर घूमते हैं, जिससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए निगम ने एबीसी केंद्र की गति तेज कर दी है।

निरीक्षण के दौरान पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवकुमार ने केंद्र की समस्याओं से महापौर को अवगत कराया, जिनमें से अधिकांश का समाधान महापौर ने मौके पर ही करा दिया। उन्होंने तुरंत 8 नई विद्युत लाइटें लगाने का निर्देश दिया और बिजली विभाग से सीधी वार्ता कर आपूर्ति संबंधी दिक्कतें दूर कराईं।

महापौर बाली ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप जल्द ही इस परिसर में कुत्तों के लिए स्थायी आश्रय स्थल (शेल्टर होम) भी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि केंद्र की टीम प्रतिदिन कैचिंग वाहन के साथ शहर के अलग-अलग हिस्सों में जाकर आवारा कुत्तों को पकड़ती है और बंध्याकरण के बाद पांच दिन की देखभाल के पश्चात उन्हें वापस उसी क्षेत्र में छोड़ दिया जाता है।

महापौर ने कहा, “थोड़ा समय जरूर लगेगा, लेकिन वह दिन दूर नहीं जब काशीपुर के लोगों को आवारा कुत्तों की समस्या से पूरी राहत मिलेगी। जनता भी इस अभियान में सहयोग करे।”

डॉ. शिवकुमार ने बताया कि केंद्र में फिलहाल 85 कुत्तों की क्षमता है। 8 अगस्त को पहले तीन कुत्तों का बंध्याकरण किया गया था। करोड़ों रुपये की लागत से बने इस केंद्र को चालू करने में महापौर दीपक बाली की सक्रियता निर्णायक रही। स्वास्थ्य विभाग की ओर से 35 लाख रुपये की लागत से फर्नीचर, कैचिंग वाहन, उपकरण व अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं।

केंद्र में लाए गए कुत्तों को स्वच्छ वातावरण में रखा जाता है और पौष्टिक भोजन दिया जाता है। रेबीज टीकाकरण के कारण अब यदि कोई कुत्ता काट भी ले, तो पीड़ित व्यक्ति को गंभीर दिक्कत नहीं होगी।

केंद्र में विनोद कुमार, पप्पू चंद्रा, राजेश, रामअवतार, सुरेंद्र कुमार, शशांक दुबे (असिस्टेंट मैनेजर) और डॉ. शिवकुमार सहित कुल सात लोग कार्यरत हैं।

निरीक्षण के दौरान पार्षद दीपा पाठक, पुष्कर बिष्ट, भाजपा मंडल अध्यक्ष मानवेंद्र ‘मानस’ चौधरी, समरपाल सिंह और नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अमरजीत सिंह साहनी भी मौजूद रहे।

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