हिमालय प्रहरी

पंतनगर विवि में दर्दनाक हादसा!इंजीनियर बनने आये छात्र ने मौत को लगा लिया गले, अंग्रेजी भाषा बनी मौत की वजह

खबर शेयर करें -

राजू अनेजा, पंतनगर।जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के जनरल बिपिन रावत छात्रावास में शुक्रवार दोपहर उस समय सनसनी फैल गई, जब बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र का शव पंखे से लटका मिला। मृतक की पहचान 20 वर्षीय नीरज पुत्र छोटे लाल निवासी दरऊ, किच्छा के रूप में हुई है। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए रुद्रपुर भेज दिया। इस दर्दनाक घटना से छात्रावास का माहौल गमगीन हो गया।

कक्षाओं में नहीं गया, कमरे में ही रुका

छात्रावास के कमरा नंबर-75 में रहने वाला नीरज हाल ही में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लेकर पढ़ाई शुरू कर रहा था। शुक्रवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे उसके रूम पार्टनर कक्षाओं के लिए निकल गए, जबकि नीरज ने कहा कि उसका पढ़ाई का मन नहीं है। दोपहर करीब डेढ़ बजे जब साथी वापस लौटे तो दरवाजा खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। सुरक्षा कर्मियों को बुलाया गया और पुलिस व अधिकारियों की मौजूदगी में दरवाजा तोड़ा गया। अंदर का नजारा देख सभी दंग रह गए—नीरज का शव रस्सी के सहारे पंखे से झूल रहा था।

सुसाइड नोट में दर्द बयां

मौके से मिले सुसाइड नोट में नीरज ने अंग्रेजी माध्यम की पढ़ाई को लेकर अपनी असहजता और निराशा जताई। उसने लिखा कि अब तक हिंदी माध्यम से पढ़ाई की थी, जिससे इंजीनियरिंग की अंग्रेजी कक्षाएं उसे समझ में नहीं आ रही थीं। इसी कारण वह तनाव में रहने लगा था और पढ़ाई छोड़ने की बात बार-बार करता था।

परिजनों ने करवाई थी काउंसलिंग

बताया जा रहा है कि दो दिन पूर्व ही परिजन विश्वविद्यालय आए थे। उन्होंने विभागाध्यक्ष डॉ. ए.के. स्वामी और एडवाइजर डॉ. अलकनंदा अशोक से मिलकर उसकी काउंसलिंग करवाई थी। इसके बावजूद नीरज का तनाव कम नहीं हुआ और वह घर लौटने की जिद करता रहा।

पुलिस जांच में जुटी

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने छात्रावास का निरीक्षण कर आवश्यक साक्ष्य जुटाए। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है। यह घटना एक बार फिर सवाल खड़ा करती है कि उच्च शिक्षा संस्थानों में भाषा की बाधा और मानसिक दबाव से जूझ रहे छात्रों को पर्याप्त सहयोग और परामर्श क्यों नहीं मिल पाता।

 

Exit mobile version